इंदौर। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के बारे में गुरुवार रात कई अफवाहें फैल गई। कांग्रेस नेता शशि थरूर के एक ट्वीट के बाद महाजन की मृत्यु की फर्जी खबर उड़ने लगी।
देखते ही देखते इंदौर में खबर तेेज़ी से फैल गई और लोग ताई के बारे में जानकारी लेने के लिए इंटरनेट खंगालने लगे। हालांकि कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और इंदौर के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्वीट से इस अफवाह को रोक दिया। उन्होंने लिखा कि ताई एकदम स्वस्थ हैं, भगवान उन्हें लम्बी उमर दे।
हालांकि कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीट के बाद शशि थरूर ने उनके ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा कि उन्होंने वो ट्वीट डिलीट कर दिया है। दरअसल थरूर ने अपने ट्वीट में सुमित्रा महाजन के निधन के बारे में सूचना देते हुए दुःख जताया था और कहा था कि उन्हें याद है जब सुमित्रा महाजन और स्वर्गीय सुषमा स्वराज ने उन्हें ‘ब्रिक्स’ के भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए कहा था।
थरूर के ट्वीट के बाद बहुत से समाचार चैनलों और वेबसाइट ने सुमित्र महाजन के निधन की खबर चला दी। इसका असर यह हुआ कि महाजन के परिवारजनों के पास लगातार फोन आते रहे और वे भी जवाब दे दे कर परेशान हो गए।
एक ऑडियो में खुद महाजन भी इसे लेकर परेशान सुनाई दी। यहां उन्होंने आश्चर्य जताया कि कैसे बिना ठोस जानकारी के ही उनके निधन का समाचार इस तरह वायरल कर दिया गया।
इससे पहले बुधवार को महाजन की तबीयत कुछ खराब रही। इसके बाद उन्हें शहर के मुंबई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उन्हें हल्का बुखार था। ऐसे में उनके कोरोना संक्रमित होने की आशंका भी थी, लेकिन गुरुवार सुबह उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव पाया गया जिसके बाद उन्हें जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।