तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बीजेपी के खिलाफ़ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। राव ने दिसंबर के दूसरे हफ्ते में हैदराबाद में गैर-राजग दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है। बुधवार को राव ने अपने पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों, एमएलसी और मंत्रियों और दूसरे बड़े नेताओं के साथ बैठक की, बैठक में उन्होंने ऐलान किया कि ‘केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। सारे विपक्षी पार्टियों को एकत्रित करके हैदराबाद में बड़ी कॉन्क्लेव (बैठक) करेंगे और मोदी सरकार के पब्लिक सेक्टर कंपनियों को बेचने की जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ेंगे’। उन्होंने कहा, ‘इसी दिसंबर महीने के दूसरे हफ्ते से अपना अभियान शुरू करेंगे।
I will speak with all the anti-BJP leaders in India and organise first conclave in Hyderabad in the second week of December. We should stand against the Modi government and TRS (Telangana Rashtra Samithi) will fight for it: Telangana CM K Chandrashekar Rao pic.twitter.com/Zlyqiuv1kd
— ANI (@ANI) November 19, 2020
ख़ास बात यह है कि बीजेपी के खिलाफ होने वाली इस बैठक में कांग्रेस को नहीं बुलाया जायेगा। केसीआर के अनुसार, कांग्रेस बीजेपी को रोकने में विफल रही है।
इस बैठक में शरद पवार, ममता बनर्जी, कुमारस्वामी, अखिलेश यादव, मायावती, प्रकाश सिंह बादल, नवीन पटनायक और स्टालिन सहित कई और राजनीतिक दलों के प्रमुख हिस्सा ले सकते हैं।
केसीआर ने कहा, ‘केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक भी सरकारी संस्था नहीं बनाई, मगर 23 सरकारी संस्थाओं का निजीकरण करने जा रही है, देश की सबसे भरोसेमंद संस्था एलआईसी का भी निजीकरण करने जा रही है, जबकि एलआईसी विश्व की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी है, जिसमें 40 करोड़ पॉलिसी होल्डर्स हैं और ये सबसे ज्यादा फायदा देती है’।
उन्होंने कहा, ‘इस साल एलआईसी ने अपने लाभ का 2600 करोड़ मोदी सरकार को दिया है, फिर भी मोदी सरकार उसका निजीकरण कर रही है। केसीआर ने कहा, ‘केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की इन जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे, सभी एलआईसी, रेलवे, बीएसएनएल, एनटीपीसी, बीपीसीएल के कर्मचारियों के लिए लड़ेंगे’।