सीधी बस हादसाः अब तक 48 शव बाहर निकाले गए, मृतकों को 5-5 लाख का मुआवज़ा


हादसे में बचे यात्रियों ने बताया है कि ड्राइवर काफी स्पीड में बस चला रहा था। लोगों ने उससे कई बार रफ्तार कम करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। इसी दौरान उसने कंट्रोल खो दिया और बस नहर में गिर गई।


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भोपाल। सीधी जिले में हुए बस हादसे में अब तक 48 लोगों के शव नहर से बाहर निकाले जा चुके हैं। कुछ लोग बस से निकलकर नहर पार करते हुए अपनी जान बचाने में सफल रहे। हादसे में छह लोग बचा लिए गए जबकि ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया। हालांकि पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।

हादसे में बचे यात्रियों ने बताया है कि ड्राइवर काफी स्पीड में बस चला रहा था। लोगों ने उससे कई बार रफ्तार कम करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। इसी दौरान उसने कंट्रोल खो दिया और बस नहर में गिर गई।

बताया जा रहा है कि जितने भी लोग बस से बाहर आ पाए वे सभी पीछे की सीटों पर बैठे थे। बस के नहर में डूबने के दौरान उन्हें थोड़ा सा वक्त मिला जिससे वे बाहर आ गए और तैरकर किनारे पहुंचे।

इस हादसे के बाद प्रदेश सरकार पूरी तरह गंभीर मुद्रा में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक भी रद्द कर दी है। इस बीच सीधी में बचाव कार्य जारी है। क्रेन से खींचकर बस को नहर से बाहर निकाला जा रहा है।

स्थानीय प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी सहायता के लिए मौके पर पहुंच चुकी है। सरकार के दो मंत्री तुलसी सिलावट और रामखेलावन ने भी सीधी पहुंच कर राहत कार्यों का जायजा लिया।

 

हादसे को लेकर सीएम, राज्यपाल, पीएम मोदी व अन्य नेताओं ने गहरी संवेदना जताई है। मुख्यमंत्री ने मृतकों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।

नहर में लगातार नावें दौड़ रही हैं और शवों को निकालने का प्रयास जारी है। उल्लेखनीय है कि जबला नाथ परिहार ट्रैवल्स हटा की बस एमपी19पी1882 सीधी से सतना की ओर जा रही थी। जहां वह नहर में जा समाई। हादसा चुरहट और रामपुर नैकिन के नजदीक हुआ है।

नहर की गहराई 20 से 22 फीट बताई जा रही है। जिस वक्त हादसा हुआ, तब बहाव तेज था, लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला। मृतकों में 12 छात्र भी थे।

पुलिस के मुताबिक, बस में 32 लोग बैठाए जा सकते थे, लेकिन इसमें 54 यात्री भर लिए गए। बस को सीधी मार्ग पर छुहिया घाटी से होकर सतना जाना था, लेकिन यहां जाम की वजह से ड्राइवर ने रूट बदल दिया। वह नहर के किनारे से बस ले जा रहा था। यह रास्ता काफी संकरा है। इसी दौरान ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया।

झांसी से रांची जाने वाला हाइवे सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली होते हुए जाता है। यहां जगह-जगह सड़क खराब और अधूरी है। इस वजह से यहां आए दिन जाम लगा रहता है।


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