कोरबा। छत्तीसगढ़ में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक और पूर्व विधायक हीरा सिंह मरकाम का 79 वर्ष की उम्र में बुधवार को निधन हो गया। उन्होंने बुधवार शाम छह बजे अंतिम सांस ली।
जीजीपी की छत्तीसगढ़ इकाई के उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह मरकाम ने बुधवार को बताया कि हीरा सिंह मरकाम पिछले कुछ समय से बीमार थे तथा उन्हें बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, वरिष्ठ आदिवासी नेता दादा हीरा सिंह मरकाम जी के निधन का दुखद समाचार मिला।
आपका सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा और राष्ट्र उत्थान के लिए समर्पित रहा।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति दें। ॐ शांति! pic.twitter.com/Bsf7zMtuG6
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) October 29, 2020
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव व अन्य कई नेताओं ने वरिष्ठ आदिवासी नेता हीरा सिंह मरकाम के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है।
आदिवासी समाज के वरिष्ठ नेता एवं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम जी के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि! दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति के लिए प्रार्थना.
ये आदिवासी समाज व देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. pic.twitter.com/BqWCCyfzls
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 29, 2020
हीरा सिंह मरकाम के परिवार में पत्नी और दो पुत्र हैं। मध्य छत्तीसगढ़ के प्रमुख आदिवासी नेता हीरा सिंह मरकाम अविभाजित मध्यप्रदेश के तानाखार विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर पहली बार 1985 में विधायक चुने गए थे।
बाद में 1991 में उन्होंने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नाम से नई पार्टी का गठन कर लिया था। वह कोरबा जिले के तानाखार विधानसभा से 1996 और 1998 में विधायक चुने गए।
कुलदीप सिंह ने बताया कि पार्टी की स्थापना के बाद से ही हीरा सिंह मरकाम उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। कुछ समय पहले ही उन्होंने अपने बड़े बेटे तुलेश्वर सिंह मरकाम को अपना कार्यभार सौंपा था।
उन्होंने बताया कि हीरा सिंह मरकाम का अंतिम संस्कार गुरुवार को उनके पैतृक ग्राम कोरबा जिले के तिवरता गांव में किया जाएगा।