भोपाल। सहारा इंडिया के एक एजेंट की आत्महत्या के बाद ग्वालियर जिले में डबरा कोर्ट ने कंपनी के मालिक सुब्रत राय के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। यह मामला फरवरी 2021 में डबरा के रहने वाले सहारा इंडिया के एक पूर्व एजेंट भूपेंद्र जैन की आत्महत्या से जुड़ा है।
जैन ने सहारा इंडिया में कई निवेशकों का काफी पैसा जमा करवाया था और अब कंपनी पैसा नहीं दे रही थी। ऐसे में उन पर काफी दबाव था और आख़िरकार उन्होंने रेल के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। अपने सुईसाइड नोट में जैन ने सहारा इंडिया कंपनी को जिम्मेदार बताया था।
डबरा शहर के सुभाष गंज में रहने वाले भूपेंद्र जैन पिछले 20 वर्षों से सहारा इंडिया कंपनी के एजेंट थे। इस दौरान उन्होंने बाजार में अपनी अच्छी जानपहचान के चलते सहारा इंडिया की विभिन्न स्कीमों में लोगों से पैसा निवेश करने को कहा।
इस दौरान लोगों ने जैन के कहने पर बड़ी मात्रा में पैसा निवेश किया । जानकारी के मुताबिक 2013-14 तक तो लोगों को पैसा मिलता रहा लेकिन इसके बाद इसमें रुकावट आने लगी।
कंपनी लोगों की पॉलिसी की अवधि पूरी होने के बाद भी पैसा नहीं दे रही थी। इस दौरान लोग भूपेंद्र को परेशान कर रहे थे और पैसा लौटाने का दबाव बना रहे थे और भूपेंद्र कंपनी से संपर्क कर रहे थे। कंपनी ने कई बार कानूनी अड़चनों को पैसा न दे पाने की वजह बताई और आख़िर में भूपेंद्र को जबाव भी मिलने कम होते गए।
निवेशकों के बढ़ते दबाव से परेशान भूपेंद्र ने 5 फरवरी 2021 को रेल के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक निवेशक भूपेंद्र को जान से मारने की धमकी तक दे रहे थे इससे वे परेशान हो चुके थे।
अपने सुसाइड नोट में भूपेंद्र ने आत्महत्या के लिए सहारा इंडिया और सुब्रत राय को जिम्मेदार बताया था। हालांकि इसके बाद भी पुलिस ने दो लोगों पर भूपेंद्र को आत्महत्या के लिए उकसाने का तो मामला दर्ज किया लेकिन इसमें सहारा इंडिया के प्रमुख का नाम नहीं था। जिसके बाद परिवार ने भी इसके लिए मांग की।
मामले में पुलिस अधिकारियों ने भी गंभीरता दिखाई और एसपी अमित सांघी ने इस मामले की विवेचना क्राइम ब्रांच ग्वालियर को सौंपी थी।
इस मामले में करीब डेढ़ साल तक सुनवाई के बाद अब अदालत ने सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत राय के खिलाफ आत्महत्या का प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिया है। इसके अलावा इस मामले में उन्हीं पर धोख़ाधड़ी का प्रकरण भी दर्ज करवाया गया है।