मध्य प्रदेश के रतलाम में गणेश स्थापना के दौरान तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। स्टेशन रोड इलाके में गणेश प्रतिमा के जुलूस पर कथित पथराव के बाद 500 से ज्यादा लोग थाने पहुंच गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। आक्रोशित भीड़ ने सड़क जाम कर दिया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, लेकिन इसके बावजूद भीड़ हाथीखाना क्षेत्र में पहुंची, जहां लखन रजवानिया सहित 13 नामजद बदमाशों ने भीड़ को उकसाया और वाहनों में तोड़फोड़ की।
इस घटना के बाद पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया और एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने आश्वासन दिया कि गड़बड़ी करने वाले सभी लोगों को जल्द ही चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से शांतिपूर्वक और सौहार्दपूर्ण तरीके से त्योहार मनाने की अपील की।
मामला उस समय बिगड़ा जब शनिवार रात करीब 8:45 बजे गणेश जुलूस पर मोचीपुरा चौराहे के पास कथित तौर पर पत्थर फेंके गए। इसके बाद आक्रोशित युवक स्टेशन रोड थाने पहुंचे और वहां एफआईआर की मांग को लेकर थाने का घेराव किया। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
हालांकि, स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ युवकों ने हाथीखाना क्षेत्र में नारेबाजी करते हुए वाहनों में तोड़फोड़ की और घरों पर पत्थर फेंके। इस पर पुलिस ने 13 नामजद आरोपियों सहित करीब 150 लोगों पर मामला दर्ज किया है। इनमें भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष जलज सांखला, लखन रजवानिया, काजल किन्नर, और महेंद्र सोलंकी प्रमुख हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसपी लोढ़ा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है और पत्थरबाजी के आरोप की जांच भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि उपद्रव करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस सख्ती से निपटेगी।