सैन फ्रांसिस्को। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को अमेरिका के दौरे पर पहुंचे। यहां सैन फ्रांसिस्को में उन्होंने भारतीयों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया।
इस दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि वे भगवान से भी ज्यादा जानते हैं, ये एक बीमारी है। राहुल गांधी ने इस दौरान आरक्षण, महिला सुरक्षा व अन्य तमाम मुद्दों पर बात की।
राहुल गांधी ने कहा, “दुनिया इतनी बड़ी है कि कोई भी व्यक्ति यह नहीं सोच सकता कि वह सबके बारे में सबकुछ जानता है. यह एक बीमारी की तरह है कि भारत में कुछ लोग ऐसे हैं, जो सोचते हैं कि वे सबकुछ जानते हैं। उन्हें लगता है कि वे भगवान से ज्यादा जानते हैं। वे भगवान के सामने बैठकर उन्हें भी समझा सकते हैं कि ब्रह्मांड में क्या चल रहा है। पीएम मोदी उनमें से एक हैं।”
राहुल ने आगे कहा, “मुझे लगता है कि पीएम मोदी से कहा जाए कि वे भगवान के सामने बैठ जाएं, तो वे भगवान को समझाने लगेंगे कि ब्रह्मांड में क्या चल रहा है। भगवान भी भ्रमित हो जाएंगे कि उन्होंने क्या बनाया है। भारत में यही चल रहा है। भारत में कुछ लोग ऐसे हैं, जो सबकुछ जानते हैं। जब वे वैज्ञानिक के पास जाते हैं, तो उन्हें विज्ञान के बारे में बताते हैं, जब वे इतिहासकार के पास जाते हैं, तो उन्हें इतिहास के बारे में बताते हैं। आर्मी को युद्ध के बारे में, एयरफोर्स को उड़ने क बारे में सबको सबकुछ बताते हैं। लेकिन सही बात ये है कि उन्हें खुद कुछ समझ नहीं आता। क्योंकि अगर आप किसी को सुनना नहीं चाहते तो आप उसके बारे में कुछ नहीं जान सकते।”
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा, “कुछ महीने पहले हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा शुरू की थी। मैं भी यात्रा कर रहा था। हमने देखा था कि भारत में राजनीति के जो सामान्य टूल थे (जैसे जनसभा, लोगों से बातचीत, रैली) वे अब काम नहीं कर रहे हैं। हमें राजनीति के लिए जिन संसाधानों की जरूरत पड़ती है, उन्हें बीजेपी और आरएसएस नियंत्रित कर रहे हैं। लोगों को धमकी दी जा रही है। एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। ऐसे में हमें लगा कि कहीं न कहीं भारत में अब राजनीति करना आसान नहीं रह गया। ऐसे में हमने भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने का फैसला किया।”
यात्रा के अनुभव को लोगों के साथ शेयर करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, “मैंने जब ये यात्रा शुरू थी तो 5-6 दिन बाद महसूस हुआ कि ये यात्रा आसान नहीं होगी। हजारों किलोमीटर की यात्रा को पैदल तय करना बेहद मुश्किल दिख रहा था, लेकिन मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था। मैं, कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक रोजाना 25 किलोमीटर की यात्रा तय कर रहे थे। तीन हफ्ते बाद मुझे लगा कि मैं अब थक नहीं रहा हूं। मैंने लोगों से भी पूछना शुरू किया कि क्या वो थकान महसूस कर रहे हैं? लेकिन किसी ने इसका जवाब हां में नहीं दिया।” उन्होंने कहा, उस यात्रा में केवल कांग्रेस नहीं चल रही थी बल्कि पूरा भारत कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा था।
(साभारः हमसमवेत.कॉम)