इंदौर। सरकारी नौकरियों की मांग के लिए युवा लगातार मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब एक बड़ा आयोजन इंदौर में होने जा रहा है जिसमें हजारों की संख्या में युवा बेरोजगार हिस्सा लेंगे। 27 नवंबर को होने वाले इस कार्यक्रम को बेरोजगार महापंचायत कहा जा रहा है। इसके लिए नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने पिछले काफी दिनों से तैयारी शुरू कर दी है।
साथियों इस बेरोजगार महापंचायत में हमारी मांग है कि #मध्यप्रदेश_भर्ती_कानून बनाया जाए जिसके अंतर्गत प्रत्येक वर्ष नियमित भर्ती करके, भर्ती प्रक्रिया 10 महीने के अंदर पूरी की जायेI
जब चुनाव समय पर हो सकते हैं उनके परिणाम समय पर आ जाते हैं,, फिर भर्तियां समय पर क्यों नहीं होती है.? pic.twitter.com/bS4nFx6C7G— NEYU | National Educated Youth Union (@NEYU4INDIA) November 24, 2022
खास बात यह है कि इस यात्रा में राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। 26 नवंबर को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा महू पहुंच रही है और 27 नवंबर को यह यात्रा इंदौर में होगी ऐसे में काफी संभावना है कि राहुल बेरोजगारों की बड़े जमावड़े के बीच जाकर उन्हें भी संबोधित करें।
भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े लोग भी इससे इंकार नहीं कर रहे हैं। खबरों की मानें तो यात्रा 27 नवंबर को सुबह जब इंदौर में पहुंचेगी तब राहुल भर्ती सत्याग्रह करने वाले युवाओं से मुलाकात भी करेंगे।
इंदौर में 28 नवंबर को बेरोजगार महापंचायत को लेकर सीएम @ChouhanShivraj को शामिल होने का न्यौता देने गए @NEYU4INDIA के राधे जाट और उनके साथियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था, इन्हें बुधवार को छोड़ दिया गया। इस दौरान सोशल मीडिया पर भी इन्हें छोड़ने के लिए खूब मांग उठी। pic.twitter.com/MJP1RQ6PT1
— Deshgaon (@DeshgaonNews) November 23, 2022
यह महापंचायत बुलाने वाले संगठन के सदस्य पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में जाना चाहते थे जहां यह मुख्यमंत्री को इस महापंचायत में आने का न्योता देना चाहते थे। हालांकि इससे पहले ही संगठन के राधे जाट और दूसरे साथियों को हिरासत में ले लिया गया।
जाहिर है इस तरह से कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश में रोजगार के मुद्दे को औपचारिक रूप से उठाने जा रही है। यह प्रदेश में एक बड़ा मुद्दा तो है ही और इस तरह कांग्रेस पार्टी युवाओं को रिझाने कोशिश भी कर रही है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में सरकारी रिकॉर्ड पर ही तकरीबन 30 लाख युवा बेरोजगार दर्ज हैं और इनकी संख्या इससे कहीं अधिक भी हो सकती है।
बताया जाता है कि संविदा कर्मचारी भी इस दौरान राहुल गांधी से मिलने जा रहे हैं। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में संविदा कर्मियों को नियमित करने की घोषणाओं के बाद अब प्रदेश के करीब ढाई लाख संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस पार्टी से उम्मीद बन गई है।
इसके अलावा बिजली विभाग के कर्मचारी निजीकरण का मुद्दा उठा रहे हैं जिसे लेकर वह भी राहुल गांधी से मिल सकते हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दक्षिण भारत में लोगों ने रेलवे के निजीकरण के विषय पर राहुल गांधी से बात की थी।