भोपाल। गुजरात के मोरबी में हुए हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोरबी पहुंचे। प्रधानमंत्री ने यहां घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। मोदी के आने से पहले राज्य सरकार स्थानीय प्रशासन ने शहर को तैयार करना शुरू कर दिया था जिस सड़क से उनके गुजरने की संभावना थी उसकी भी मरम्मत कर दी गई वहीं जिस सिविल अस्पताल में लोक भर्ती थे उसे 40 लोगों की टीम को लगाकर पूरी तरह चमका दिया गया।
इस दौरान पुल का ठेका लेने वाली फॉरएवर कंपनी का बोर्ड सफेद पर्दों से ढक दिया गया था।
मोरबी में प्रधानमंत्री के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने बचाव दलों के अधिकारियों के साथ बातचीत की।
Went to Morbi, which witnessed the horrific bridge mishap. Met the bereaved families and extended condolences. I visited the site of the tragedy and went to the hospital where the injured are recovering. Also met those involved in rescue ops and chaired a review meeting. pic.twitter.com/hAZnJFIHh8
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2022
जब मोदी यहां का दौरा कर रहे थे ठीक उसी समय सोशल मीडिया साइट्स पर मोरबी हादसे को लेकर गुजरात सरकार और खुद मोदी की लगातार आलोचना हो रही थी।
ट्विटर पर #मोदी गो बैक और #मोरबीस्केम जैसे मुद्दों को ट्रेंड कराया जा रहा था। दूसरी सबसे बड़ी आलोचना प्रधानमंत्री की सुनी जा रही थी उसमें उनके दौरे से पहले अस्पताल में हो रही सफाई और सड़कों की मरम्मत जैसी बातें शामिल थी।
दरअसल घटना के बाद जिस अस्पताल में घायलों को रखा गया था वहां रंगाई पुताई का काम सोमवार से ही शुरु कर दिया गया था अस्पताल में फर्श पर नई टाइल्स लगाई गई वहीं मरीजों को साफ बिस्तर भी दिए गए। अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए एक वाटर कूलर भी लगाया गया था लेकिन यह दिखावटी समान ही साबित हुआ क्योंकि इसमें पानी का कनेक्शन नहीं किया गया था।