दिल्ली में मतदान से एक दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने संविधान की भावना को आत्मसात किया है और सार्वजनिक धन को विकास के लिए बचाया है, न कि “शीशमहल” बनाने में खर्च किया, जो दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज था।
‘AAP-दा’ को बताया युवाओं के भविष्य के लिए खतरा
मोदी ने आम आदमी पार्टी (AAP) का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ पार्टियां “AAP-दा” (आपदा) जैसी हैं, जो युवाओं के भविष्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की योजनाओं ने सरकारी धन की बचत की और इसे लोक कल्याण पर खर्च किया, न कि किसी आलीशान महल के निर्माण में। यह बयान स्पष्ट रूप से केजरीवाल के सरकारी आवास को लेकर था, जिस पर विपक्ष लंबे समय से निशाना साध रहा है।
राहुल गांधी पर भी हमला
पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी नाम लिए बिना उन पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन करवा कर मनोरंजन करते हैं, उन्हें संसद में गरीबों के बारे में चर्चा करना उबाऊ लगता है। यह टिप्पणी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद राहुल गांधी की टिप्पणी के संदर्भ में थी।
‘शहरी नक्सल’ मानसिकता पर तंज
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार संविधान के मूल सिद्धांतों पर चलती है, लेकिन कुछ लोग “शहरी नक्सलियों” की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग खुलेआम भारतीय राज्य के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर रहे हैं, वे न संविधान को समझ सकते हैं और न ही देश की एकता को। यह राहुल गांधी की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस अब भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से लड़ रही है।
तीन पीढ़ियों वाली राजनीति पर कटाक्ष
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस परिवारवाद पर तीखा वार करते हुए कहा कि कुछ लोगों के लिए जातिवाद सिर्फ एक राजनीतिक फैशन बन चुका है। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा, “क्या आपने कभी देखा है कि किसी अनुसूचित जाति या जनजाति परिवार ने एक साथ तीन सांसद संसद में भेजे हों?” उनका सीधा इशारा गांधी परिवार की ओर था, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा तीनों ही संसद में मौजूद हैं।
ट्रिपल तलाक और सामाजिक न्याय पर सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग संविधान की किताब जेब में लेकर घूमते हैं, वे खुद यह नहीं समझते कि उन्होंने मुस्लिम महिलाओं को किस तरह कठिनाइयों में रखा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने ट्रिपल तलाक कानून लाकर मुस्लिम महिलाओं को उनके अधिकार दिए।
सामाजिक न्याय पर चर्चा करते हुए मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाई, जिससे 2014 में 7,700 अनुसूचित जाति (SC) छात्रों के लिए MBBS सीटें थीं, जो अब बढ़कर 17,000 हो गई हैं। इसी तरह, अनुसूचित जनजाति (ST) छात्रों के लिए सीटें 3,000 से बढ़कर 9,000 और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 14,000 से बढ़कर 32,000 हो गई हैं।
विदेश नीति पर भी साधा निशाना
विदेश नीति के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के चीन पर दिए बयान पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं को “JFK’s Forgotten Crisis: Tibet, the CIA and the Sino-Indian War” नामक पुस्तक पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में बताया गया है कि कैसे पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलतियों के कारण भारत को चीन नीति में नुकसान उठाना पड़ा।
संविधान की रक्षा और पारदर्शिता पर जोर
मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 2014 में जब लोकसभा में कोई औपचारिक विपक्षी नेता नहीं था, तब भी उनकी सरकार ने विपक्षी नेता को संवैधानिक संस्थाओं के प्रमुखों की चयन समिति में शामिल किया। उन्होंने कहा कि पहले सरकारें मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति अपने विवेक से करती थीं, लेकिन अब उनकी सरकार ने एक कानून पास किया है, जिसके तहत नियुक्ति की प्रक्रिया में विपक्षी नेता भी शामिल होते हैं।