MP: परिवहन मंत्री ने कहा 1 मार्च से बढ़ेगा किराया, बस ऑपरेटर्स ने कैंसिल की हड़ताल


मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने 25 फरवरी गुरुवार को घोषणा की कि एक मार्च से बसों का किराया बढ़ाया जाएगा। राजपूत ने कहा कि बस संचालक और यात्रियों की सहमति से किराया तय किया जाएगा। वहीं, मध्यप्रदेश बस ऑपरेटरों ने भी सरकार के आश्वासन के बाद हड़ताल को निरस्त कर दिया है।


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इंदौर। मध्यप्रदेश में बस से सफर करने वाले यात्रियों को तगड़ा झटका लग सकता है। इसका कारण यह है कि सरकार ने घोषणा की है कि एक मार्च से बसों का किराया बढ़ाया जाएगा।

मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने 25 फरवरी गुरुवार को घोषणा की कि एक मार्च से बसों का किराया बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक के बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया है।

हालांकि, बस का किराया कितना बढ़ेगा, अभी यह तय नहीं है। मंत्री राजपूत ने कहा कि बस संचालक और यात्रियों की सहमति से किराया तय किया जाएगा। वहीं, मध्यप्रदेश बस ऑपरेटरों ने भी सरकार के आश्वासन के बाद हड़ताल को निरस्त कर दिया है।

एमपी बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि भोपाल संभाग समेत उज्जैन, इंदौर, सागर, जबलपुर, सतना में भी हड़ताल निरस्त कर दी गई है। पहले एक दिन हड़ताल का निर्णय लिया गया था, लेकिन सरकार से चर्चा के बाद हड़ताल निरस्ती का निर्णय लिया गया है।

मप्र बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोंविद शर्मा ने बताया कि अभी हम वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश भर के बस ऑपरेटर से बातचीत करने जा रहे हैं। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

इससे पहले मध्यप्रदेश बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने सरकार द्वारा बसों का किराया बढ़ाये जाने का ऐलान करने पर बस हड़ताल को वापस लेने के लिए किया गया साजिश बताया था। उन्होंने कहा था कि सरकार ने एसोसिएशन में से किसी को बातचीत के लिए नहीं बुलाया। ना ही हमें जानकारी दी है। ऐसे में हड़ताल वापस नहीं ली जाएगी। 26 फरवरी को एक दिन की हड़ताल होगी। दो दिवसीय हड़ताल को एक दिन कर दिया है।

उन्होंने आगे कहा कि 18 सितंबर 2020 को किराया बोर्ड की बैठक हो चुकी है। इसमें हमारे दो प्रतिनिधि और सरकार के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में तय हुआ था कि 50 प्रतिशत किराया बढ़ेगा। इस निर्णय की फाइल को सरकार छह माह से दबाकर बैठी हुई है।

अब बोल रहे हैं कि हम किराया बढ़ाएंगे। शर्मा ने कहा कि सरकार पोर्टल पर लिखकर साफ करे कि कितना किराया बढ़ाएंगे। हमारी मांगों के अनुरुप किराया बढ़ाया जाता है तो हम हड़ताल वापस ले लेंगे।

इतना ही नहीं, बस ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि सीधी बस हादसे में प्रशासन अपनी गलती को दबाने-छिपाने के लिए बस संचालकों को निशाना बना रहा है। ट्रैफिक व्यवस्थित करने के लिए सड़क पर पुलिस भी तैनात नहीं होती।


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