भोपाल। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही इसके नए वैरियंट की दस्तक प्रदेश में होने लगी है। इसको ध्यान में रखते हुए ही सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरियंट की वजह से आपात बैठक बुलाई जिसमें चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्रियों के अलावा विभागों के आलाधिकारी भी मौजूद रहे।
इस बैठक में संक्रमण की रोकथाम के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। बैठक में तय किया गया है कि प्रदेश में किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन आगामी आदेश तक पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन की इजाज़त फिलहाल नहीं दी जाएगी।
प्रदेश में स्कूल भी अब 50 फीसदी क्षमता के साथ ही खुलेंगे और छह दिन में से तीन दिन ही बच्चे स्कूल में पढ़ने जाएंगे। स्कूलों और कॉलेजों की ऑनलाइन कक्षाएं फिर से शुरू करने का भी निर्णय लिया गया है।
इसके साथ ही शादियों में अधिकतम दोनों पक्षों को मिलाकर कुल 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे।
बिना मास्क वालों पर चालानी कार्यवाही होगी, रोको-टोको अभियान फिर से शुरू किया जाएगा। साथ ही निजी संस्थानों में वैक्सीन के दोनों डोज लगे होने पर ही प्रवेश मिलेगा। समस्त कार्यालय नई गाइडलाइन आने तक 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खुले रहेंगे।
सीएम शिवराज चौहान ने कहा कि
वायरस इस बार अधिक ऊर्जा, रणनीति और छलावरण के साथ वापस आ गया है। इस बार हमें खांसी नहीं होगी, बुखार नहीं होगा, जोड़ों का दर्द नहीं होगा, बस कमजोरी होगी। बेशक, मृत्यु दर अधिक है, चरम पर पहुंचने में कम समय लगता है। कभी-कभी कोई लक्षण नहीं दिखेंगे, लेकिन सावधान रहें।
कोरोना संक्रमण की जांच में अक्सर नेज़ल स्वैब नकारात्मक होता है। यह सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता है, जिसका अर्थ है कि अवधि कम हो जाती है। बहुत से रोगियों को बिना बुखार के देखा है, लेकिन एक एक्स-रे रिपोर्ट में मध्यम छाती का निमोनिया दिखाई देता है।
इसके कारण तीव्र श्वसन संकट होता है। यह बताता है कि यह तीव्र और अधिक घातक क्यों हो गया है। इसलिए सावधान रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें। फेस मास्क पहनें व बार-बार हाथ धोएं।