मध्यप्रदेश में उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान टीका-टिप्पणियों को लेकर चुनाव आयोग ने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह तथा कमल नाथ के खिलाफ उनकी कथित ‘चुन्नू-मुन्नू’ वाली टिप्पणी के लिए नोटिस जारी कर अगले 48 घंटे में जवाब देने को कहा. नोटिस मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से प्राप्त रिपोर्ट पर आधारित है.
Election Commission of India has issued notice to BJP leader Kailash Vijayvargiya on his October 14 'Chunnu-Munnu' remark over Congress leaders Kamal Nath and Digvijaya Singh made at a rally in Madhya Pradesh.
ECI asks him to reply within 48 hours
— ANI (@ANI) October 26, 2020
नोटिस के अनुसार इंदौर के सांवेर में 14 अक्टूबर को एक चुनावी सभा में दोनों कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कैलाश विजयवर्गीय का दिया गया बयान आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाला पाया गया है.
वहीं आयोग ने कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा को भी नोटिस जारी किया है. सज्जन वर्मा को उपचुनाव के लिए लागू की गई आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए जारी किया है.
Election Commission of India issues notice to Congress leader Sajjan Singh Verma for violation of model code of conduct imposed for 3rd November by-elections in Madhya Pradesh
— ANI (@ANI) October 26, 2020
नोटिस के मुताबिक सज्जन सिंह वर्मा ने विजयवर्गीय को ‘रावण’ कह कर संबोधित किया था. उन्होंने रैली के दौरान कहा था, ‘दशहरा जैसे-जैसे पास आता है उसका चेहरा रावण जैसा हो जाता है.’ वहीं विजयवर्गीय ने अपनी रैली के दौरान कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को ‘चुन्नू-मुन्नू’ कह कर संबोधित किया था.
चुनाव आयोग ने ‘आइटम’ वाली टिप्पणी पर कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमल नाथ को चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें आदर्श आचार संहिता की अवधि के दौरान इस तरह के (“आइटम” टिप्पणी) शब्द या बयान का उपयोग नहीं करना चाहिए.
Election Commission of India asks Congress leader and former Madhya Pradesh CM Kamal Nath that while making public utterances he should not use any such ( "item" remark) word or statement during the period of model code of conduct.
(file pic) pic.twitter.com/LV1h8MDgZr— ANI (@ANI) October 26, 2020
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं और प्रचार चल रहा है.
इस उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल एक दूसरे के खिलाफ ताबड़तोड़ शिकायत दर्ज करा रहे हैं. इस शिकायतबाजी में कांग्रेस, भाजपा से आगे निकल गई है. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा शिकायतें जिला स्तर के साथ भोपाल में राज्य निर्वाचन आयोग में की है.
भाजपा और कांग्रेस की लीगल सेल चुनाव आयोग में लगातार शिकायत दर्ज करा रही हैं. लीगल सेल विरोधी दलों पर नजर बनाए हुए हैं. कांग्रेस अब तक सबसे ज्यादा शिकायत चुनाव आयोग में कर चुकी है. शिकायतों का ये दौर अभी भी जारी है. भाजपा ने अब तक 140 शिकायत कीं. इनमें से 40 शिकायतें भोपाल में चुनाव आयोग में दर्ज कराई गयीं. कांग्रेस ने अभी तक 200 शिकायतें कीं. इनमें से सबसे ज्यादा शिकायत भोपाल में चुनाव आयोग में दर्ज करायी गयीं. चुनाव आयोग सभी दलों की शिकायतों पर कार्रवाई कर रहा है.