एमपी विधानसभा चुनावः कांग्रेस कार्यालय में लग गया भाजपा छोड़ रहे नेताओं का तांता, कमलनाथ के सामने ली सदस्यता


भाजपा छोड़ने वाले कई नेताओं ने ली कांग्रेस की सदस्यता, भाजपा से 15 साल का रिश्ता साढ़े तीन साल पहले आए नेता ने तुड़वाया


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बड़ी बात Updated On :

विधानसभा चुनावों से पहले मध्यप्रदेश की राजनीति में काफी तेज़ हलचल है। इस बार हलचल भाजपा में ज्यादा नजर आ रही है। जहां से पार्टी के कई नेता चुनाव के ऐन पहले इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। डैमेज कंट्रोल की तमाम कवायद यहां खास असर नहीं दिखा पा रही है। गुरुवार को ऐसे ही कई नेताओं ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व सीएम कमलनाथ के सामने पार्टी की सदस्यता ली। इनमें पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने वाली निवाड़ी जिले की रोशनी यादव, सागर जिले के राहतगढ़ से नीरज शर्मा और शिवपुरी जिले से जितेंद्र जैन (गोटू) शामिल हैं। इसके अलावा कमलनाथ के घर पर रेगांव से बीजेपी के पूर्व विधायक जुगल किशोर बागरी बेटे देवराज और बहू वंदना कांग्रेस मे हुए शामिल हुए।

गुरुवार को कांग्रेस कार्यालय में स्थिति सदस्यता शिविर की तरह थी। यहां कई लोग पार्टी की सदस्यता लेने के लिए पहुंचे। इनमें अहम थी निवाड़ी जिले से आने वाली जिला पंचायत सदस्य और पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की बहु रोशनी यादव, राहतगढ़ से मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के मुखर विरोधी भाजपा नेता नीरज शर्मा  और शिवपुरी जिले के जितेंद्र जैन।

रोशनी यादव ने पिछले दिनों खुलकर पार्टी की नीतियों के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। रोशनी, पार्टी की जिला उपाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य भी हैं। माना जा रहा है कि वे विधानसभा चुनावों की तैयारियां भी कर रहीं हैं।

वहीं दूसरा अहम नाम नीरज शर्मा का है जिनकी पूछ परख पार्टी में कम होती जा रही थी। इसकी वजह सिंधिया की बगावत के बाद से सागर जिले के नए-नए भाजपा नेता बने गोविंद सिंह राजपूत रहे। शर्मा ने गोविंद सिंह की जमकर खिलाफत की है लेकिन अब पार्टी ने उनके उपर गोविंद सिंह को ही बैठा दिया। बताया जाता है कि कई बार शिकायतों के बाद भी पार्टी में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया। साढ़े तीन साल पहले कांग्रेसी से भाजपाई हुए गोविंद सिंह के कारण नीरज शर्मा का भाजपा के साथ 15 साल पुराना रिश्ता अब खत्म हो गया।

कांग्रेस कार्यालय में सदस्यता लेने पहुंचे नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ रही

शर्मा ने गोविंद सिंह राजपूत पर कई आरोप लगाए हैं। इनमें मकान तोड़ने, जमीन हड़पने, लोगों को बेवजह प्रताड़ित करने एवं बेगुनाह लोगों पर पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज करने जैसे मामले हैं। हालांकि शर्मा के कांग्रेस ज्वाइन करने की खबर सामने आते ही देर रात उनके खिलाफ भी राहतगढ़ में एफआईआर दर्ज की गई। जानकारी के मुताबिक इसके साथ ही शर्मा के समर्थकों के वाहन भी जब्त किए जा रहे हैं।

तीसरे बड़े नेता ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के हैं। कोलारस विधानसभा क्षेत्र से जितेंद्र जैन गोटू भी कांग्रेस शामिल हो गए हैं। गोटू जैन ने इसके पहले पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि जनता पीड़ित है और प्रशासन तक के पास कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने मौजूदा दौर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस इलाके से बैजनाथ यादव भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी दल बीजेपी में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। एक के बाद एक भाजपा के कद्दावर नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। पिछले दो महीनों में बीजेपी को कई बड़े झटके लगे हैं। पिछले हफ्ते ही में नीमच के कद्दावर नेता समंदर पटेल ने कांग्रेस का दामन थामा था। इससे पहले दीपक जोशी, ध्रुव प्रताप सिंह जैसे दिग्गज भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं।


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