नई दिल्ली/भोपाल। कांग्रेस के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा का 93 वर्ष की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। दिल्ली के फोर्टिंस अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वोरा ने कल यानी 20 दिसंबर को ही अपना 93वां जन्मदिन भी मनाया था।
दो बार रहे हैं मध्यप्रदेश के CM, 18 साल कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे – वे 13 मार्च 1985 से 13 फरवरी 1988 तक और 25 जनवरी 1989 से 9 दिसंबर 1989 तक दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। 2000 से 2018 तक (18 साल) पार्टी के कोषाध्यक्ष भी रहे थे। वोरा के बाद अहमद पटेल को कोषाध्यक्ष बनाया गया था, जिनका बीते 25 नवंबर को निधन हो गया।
यूपी के राज्यपाल का पद भी संभाला – 13 फरवरी 1988 को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर मोतीलाल वोरा ने 14 फरवरी 1988 में केंद्र के स्वास्थ्य-परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला। अप्रैल 1988 में वोरा मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए। 26 मई 1993 से 3 मई 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।
ऐसा रहा सफऱ – मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले मोतीलाल वोरा ने अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली थी। मोतीलाल वोरा का जन्म 20 दिसंबर 1928 को राजस्थान के नागौर जिले में हुआ था। मोतीलाल वोरा का विवाह शांति देवी वोरा से हुआ था। उनके चार बेटियां और दो बेटे हैं। उनके बेटे अरुण वोरा दुर्ग से विधायक हैं और वे तीन बार विधायक के रूप में चुनाव जीत चुके हैं।
राहुल गांधी ने जताया शोक – राहुल गांधी ने मोतीलाल वोरा को सच्चा कांग्रेसी और जबर्दस्त इंसान बताते हुए उन्हें अफनी श्रद्धांजलि दी है। ट्विटर पर राहुल गांधी ने लिखा है- वोरा जी सच्चे कांग्रेसी व जबरदस्त इंसान थे। उनकी कमी बहुत खलेगी। उनके परिवार से साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
Vora ji was a true congressman and a wonderful human being. We will miss him very much.
My love & condolences to his family and friends. pic.twitter.com/MvBBGGJV27
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 21, 2020
इसके अलावा भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय, मध्यप्रदेश के गृहमंत्री व भाजपा नेता नरोत्म मिश्रा ने भी मोतीलाल वोरा के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया है।