चैंपियंस ट्रॉफी में जीत का जुलूस मस्जिद के सामने से गुजरा और हो गया बलवा, कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आग, होली का त्यौहार भी होगा फीका


मध्य प्रदेश के महू में भारत की जीत के जश्न के दौरान जुलूस पर पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। उपद्रवियों ने पुलिस पर भी हमला किया। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
बड़ी बात Published On :

भारत की चैंपियंस ट्रॉफी में ऐतिहासिक जीत का जश्न महू में उस वक्त अशांति में बदल गया जब जुलूस के दौरान हिंसक झड़पें हो गईं। घटना के चलते इलाके में तनाव फैल गया और चार घंटे तक महू के कुछ हिस्सों में उपद्रवियों ने आतंक मचाया। इसके बाद इलाके में अब तनाव का माहौल है और अब संभव है कि आने वाला होली का त्यौहार भी इससे प्रभावित हो।

 

कैसे भड़की हिंसा?

स्थानीय युवाओं का एक समूह रविवार देर रात भारत की जीत का जश्न मनाने के लिए बाइक रैली निकाल रहा था। जुलूस जब जामा मस्जिद क्षेत्र के पास पहुंचा बताया जाता है कि तभी यहां नारेबाज़ी के चलते विवाद की स्थिति बनी और कुछ असामाजिक तत्वों ने जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया। मस्जिद में रमज़ान के चलते लोग तरावीह के बाद लौट रहे थे और यहीं उनके मुताबिक जुलूस की ओर से कुछ आपत्तिजनक नारेबाजी की गई।

इसके बाद जो पथराव हुआ उससे भगदड़ मच गई। उपद्रवियों ने न सिर्फ घरों और दुकानों पर पत्थर फेंके, बल्कि कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि हिंसा में कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा और कुछ घरों में भी तोड़फोड़ की गई। इस दौरान दर्जनभर से ज्यादा वाहनों में तोड़फोड़ की गई और उनमें से कई में आग लगा दी गई। हिंसा की प्रतिक्रिया के रूप में इस उपद्रव में दोनों ओर के लोग शामिल बताए गए।

 

पुलिस पर भी हमला

स्थिति को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस टीम पर भी उपद्रवियों ने हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की गई और उनकी गाड़ियों में भी आग लगा दी गई। इस दौरान पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

स्थिति पर नियंत्रण

रात करीब 3 बजे तक हिंसा का तांडव जारी रहा। इसके बाद पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हितिका वासल और कलेक्टर आशीष सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया। उन्होंने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया। सोमवार सुबह इंदौर रेंज के आईजी अनुराग ने भी महू का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।

 

‘कश्मीर की तर्ज पर हुई साजिश’

घटना को लेकर कई स्थानीय नेताओं ने गंभीर चिंता जताई है। विधायक उषा ठाकुर ने कहा कि इस घटना में शामिल उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पथराव पूरी तरह कश्मीर की तर्ज पर हुआ है, जहां उपद्रवियों ने अपने चेहरे पर नकाब या रुमाल बांध रखा था ताकि पहचान में न आएं। इतना ही नहीं, उन्होंने सीसीटीवी कैमरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, ताकि उनकी गतिविधियां रिकॉर्ड न हो सकें।

सर्व हिंदू समाज का विरोध

सर्व हिंदू समाज ने घटना की तीव्र निंदा की है और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने इस हिंसा को अंजाम दिया, उनके अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया जाए। साथ ही, सोमवार को नगर बंद का आह्वान भी किया गया है।

प्रशासन की सख्ती

प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और साथ ही चेतावनी दी है कि उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, “स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। जिन लोगों ने उपद्रव मचाया है, उनके खिलाफ साक्ष्य इकट्ठे किए जा रहे हैं। दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।”

 

तनावपूर्ण शांति और पुलिस का अलर्ट

फिलहाल, महू में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात है और गश्त बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।

प्रशासन ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों से भी शांति बनाए रखने में सहयोग की अपील की गई है।

 



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