नरसिंहपुर के महंत ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर ठगी का आरोप, कलेक्टर को दिया आवेदन, ED से जांच की मांग


महंत ने कलेक्टर को दिए आवेदन में सीएम केजरीवाल के लोगों को लाखों रु ऑनलाइन देने की बात कही, उनके मुताबिक यह रु राज्यसभा सीट के नाम पर मांगे गए


ब्रजेश शर्मा
बड़ी बात Updated On :

संत महामंडल नाम के एक धार्मिक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत आशुतोष महाराज ने आम आदमी के नेताओं और शराब घोटाले के आरोप में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर राजसभा पद की ऐवज में ठगी करने का आरोप लगाया है। महंत आशुतोष ने कलेक्टर कार्यालय में दिए गए अपने आवेदन में यह आरोप लगाया है। उन्होंने इस पूरे मामले में जांच की मांग ईडी व अन्य जांच एजेंसी से की गई है।

महंत आशुतोष महाराज, जो फिलहाल नरसिंहपुर के नर्मदा के रेत घाट में रह रहे हैं उनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल से वह अन्ना आंदोलन के समय से जुड़े थे लेकिन बाद में उन्होंने अपना रास्ता अलग कर लिया। इसके बाद उन्हें फिर राज्यसभा सांसद बनने का लालच दिया गया और इस तरह कई लाख रुपए उनसे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से लिए गए।

हालांकि ट्रांजेक्शन सीधे तौर पर केजरीवाल के साथ पर नहीं किया गया है। महंत द्वारा आम आदमी पार्टी पर और उनके सहयोगियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ईडी से जांच की मांग की है। हालांकि महंत आशुतोष को स्थानीय स्तर पर ज्यादा लोग नहीं जानते हैं।

आवेदन के जरिए मांग की गई है कि इस मामले को भी संज्ञान में लेकर अपनी जांच आगे बढ़ाई जाए। महंत ने एक कथित ऑडियो भी सुनाया जिसमें राज्यसभा सांसद बनने के नाम पर पैसे लेने और आप के राज्यसभा सदस्य संजय को हटाने एवं उन्हें पद देने की बात कही जा रही है। आशुतोष महाराज का ऐसा दावा है कि फोन पर बात करने वाला शख्स जिसने पैसे लिए वह अरविंद केजरीवाल का बेहद करीबी है जिसका नाम विनोद चौधरी है।

 

जी हां, एक कोई महंत ज्ञापन देने आए थे। आवेदन में चूंकि ईडी का जिक्र था इसलिए मैंने उन्हें कलेक्टर मैडम को ही ज्ञापन देने के लिए भेज दिया था। मनोज चौरसिया, डिप्टी कलेक्टर नरसिंहपुर

आडियो रिकॉर्डिंग में सीधे तौर पर संजय सिंह का नाम भी लिया जा रहा है जिससे यह मामला गंभीर और दिलचस्प होता नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि इस मामले में भाजपा नेता भी रुचि ले रहे हैं, एक बार फिर आम आदमी पार्टी के नेता बाबा के आरोपों से सुर्खियों में बन सकते हैं लेकिन फिलहाल वे आगे नहीं बल्कि पीछे हैं।


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