भोपाल। मध्यप्रदेश में भी लंपी वायरस गोवंश पर कहर बनकर टूटा है। इसे लेकर ही बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई। बता दें कि सबसे ज्यादा 17 गायों ने खंडवा में दम तोड़ा है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर भोपाल में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है। पशुपालक टोल फ्री नंबर 1962 और 0755-2767583 पर जानकारी दे सकते हैं।
मंत्रालय की बैठक में मुख्य सचिव, एसीएस पशुपालन, पीएस मुख्यमंत्री सहित संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में सीएम ने अफसरों से पूछा कि प्रदेश में लंपी वायरस से कितने मवेशी प्रभावित हैं, कितने दम तोड़ चुके हैं।
इसके जवाब में अफसरों ने उन्हें बताया कि प्रदेश के 26 जिलों में 7686 मवेशी प्रभावित हैं। 5432 पशु ठीक भी हो चुके हैं। अब तक 101 मवेशियों की मौत हुई है।
https://twitter.com/CMMadhyaPradesh/status/1572490540868042756
मुख्यमंत्री शिवराज ने अफसरों से कहा कि यह नहीं सोचना है कि लंपी गंभीर नहीं है, इसे बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत है। जैसे हम कोविड के खिलाफ लड़े थे, वैसे ही गोवंश का जीवन बचाने के लिए हम इस लंपी वायरस से लड़ेंगे।
जानकारी के मुताबिक, रतलाम, नीमच, उज्जैन, मंदसौर, आगर मालवा, शाजापुर, खंडवा, इंदौर, झाबुआ, धार, बुरहानपुर, अलीराजपुर, खरगौन, बड़वानी, बैतूल, हरदा, राजगढ़, नर्मदापुरम, भिंड, मुरैना, श्योपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अशोकनगर लंपी वायरस से प्रभावित जिलों में शामिल हैं।
मध्य प्रदेश में लम्पी का प्रकोप बढ़ा, प्रदेश के 26 जिलों में लम्पी वायरस से 7686 पशु प्रभावित हुए 101 पशुओं की मौत. @ChouhanShivraj के निर्देश राज्य स्तरीय रोग नियंत्रण कक्ष के दूरभाष का नंबर जारी हुआ. 0755-2767583 @ABPNews @vivekbajpai84 pic.twitter.com/jtcQQAHYOg
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) September 21, 2022
दूसरी तरफ, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मध्यप्रदेश फैलते लंपी वायरस पर चिंता जाहिर की। उन्होंने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार को गायों की नहीं, चीतों की चिंता है।
उसको देखते हुए आज आवश्यकता है प्रदेश में गौ माताओं की, गौशालाओं की सुध लेने की लेकिन सरकार का पूरा ध्यान तो अभी गौ माताओं की बजाय चीता इवेंट पर ही लगा हुआ है।
मैं सरकार से माँग करता हूँ कि सरकार इस संबंध में तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाये।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 21, 2022