जबलपुर के पास स्थित कोनी गांव में एक मामूली सा झगड़ा अचानक हिंसक विवाद बन गया, जिसके कारण कम से कम 10 लोग घायल हो गए। दो पक्षों के बीच झगड़े के दौरान जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसमें दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इन गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को बेहतर इलाज के लिए जबलपुर के अस्पताल में रेफर किया गया है। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है, जिसके चलते प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी है।
ऐसे हुआ हिंसक विवाद?
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह विवाद चौधरी परिवार के एक युवक और गांव के कुछ स्थानीय निवासियों के बीच एक मामूली कहासुनी से शुरू हुआ। यह कहासुनी जल्दी ही झगड़े में बदल गई। युवक घर लौट गया, लेकिन कुछ समय बाद अपने परिवार और साथियों के साथ दोबारा गांव आया। इसके बाद दोनों पक्षों में तीखी झड़प शुरू हो गई, जिसमें पत्थरबाजी और लाठीचार्ज भी हुआ।
पुलिस की मुस्तैदी से काबू में आया हालात
घटना की सूचना मिलते ही डायल 100 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को अलग करके स्थिति को नियंत्रण में किया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। बढ़ते तनाव को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे।
‘कड़ी कार्रवाई की जाएगी’ – एसपी का बयान
जबलपुर के एसपी संपत उपाध्याय ने कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस बल गांव रवाना कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि घटना की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है और यह देखा जा रहा है कि विवाद का असल कारण क्या था। एसपी ने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का पक्ष
गांव की एक महिला, रेखा चौधरी ने बताया कि कुछ लोग गांव पहुंचे और पत्थरबाजी शुरू कर दी। शुरुआत में ग्रामीणों ने सोचा कि यह दीवाली के पटाखों का शोर है, लेकिन बाद में स्थिति स्पष्ट हुई। उस समय गांव में अधिकांश महिलाएं मौजूद थीं और पुरुष कम संख्या में थे। रेखा चौधरी ने आरोप लगाया कि महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई।
स्थिति सामान्य करने के प्रयास
फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को जल्द ही सामान्य किया जाएगा और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गांव में सतर्कता बरती जा रही है।