नई दिल्ली। किसान संगठनों ने दिल्ली बॉर्डर पर केंद्र सरकार के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शनों के बीच ऐलान किया है कि एक फरवरी को वे संसद भवन तक पैदल मार्च करेंगे।
बता दें कि इसी दिन संसद में केंद्रीय बजट पेश होना है। वहीं 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान संगठन दिल्ली बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली भी निकालेंगे।
एक फरवरी को संसद भवन तक पैदल मार्च के बारे में क्रांतिकारी किसान यूनियन के किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि विभिन्न जगहों से दिल्ली के संसद भवन तक पैदल मार्च किया जाएगा।
On February 1, we will march on foot towards Parliament in Delhi from different locations: Darshan Pal, Krantikari Kisan Union
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— ANI (@ANI) January 25, 2021
दूसरी तरफ, जानकारी मिल रही है कि 26 जनवरी को किसानों द्वारा निकाले जाने वाले ट्रैक्टर रैली को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के घर एक उच्च स्तरीय बैठक हो रही है।
ट्रैक्टर परेड को पुलिस की मंजूरी मिलने के बाद अब इसकी सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर मंथन किया जा रहा है। पुलिस ने किसानों को पांच हजार ट्रैक्टर और पांच हजार लोगों को ही प्रदर्शन में शामिल होने की इजाजत दी है जबकि सिंघु बॉर्डर पर ही 20 हजार से ज्यादा ट्रैक्टर अभी ही मौजूद हैं।
वहीं, परेड के रूट को लेकर भी फिलहाल सस्पेंस बना हुआ है। इस पर पुलिस और किसानों के अलग-अलग दावे हैं। दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा था कि किसान नेताओं से बातचीत के बाद ट्रैक्टर रैली के तीन रूट्स पर सहमति बनी है। हमने रूट्स का दौरा भी किया। कुछ देश विरोधी तत्व गड़बड़ी फैला सकते हैं, इसे लेकर हम सतर्क हैं।
वहीं, इससे पहले किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता एसएस पंढेर ने कहा था कि पुलिस ने वह रूट नहीं दिया जो हमने तय किया था, कल रात जब हमें यह बात पता चली तो हमारी कमेटी ने चर्चा की। हम आज शाम तक अपना रूट बताएंगे।
उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से दोबारा अपील की थी, लेकिन कोई बीच का रास्ता नहीं निकल पाया। हमने उनसे कहा है कि आप अपने सीनियर्स से बात करें, अगर वे हमारे रूट पर सहमत हो जाते हैं, तो अच्छा रहेगा। परेड तो हम उसी रूट पर निकालेंगे, जो हमने तय किया है।