नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर मार्च करने और झंडा फहराने की ज़िम्मेदारी दीप सिद्धू ने ली है। किसान संगठन भी उन्हीं का नाम ले रहे हैं। किसान आंदोलन में हुई हिंसा पर मंगलवार को दिनभर किसान नेताओं और उनके नेतृत्व की खासी आलोचना हुई लेकिन रात तक मामला बदल गया और जैसे फिर एक उंगली सरकार की ओर चली गई।
दरअसल हिंसा की ज़िम्मेदारी लेने वाले दीप सिद्धू ने पूरा मामला पलट दिया। उन्होंने हिंसा की जिम्मेदारी ली इसके बाद उनके बारे में लगातार जानकारियां खोजी जाती रहीं। 36 वर्षीय दीप सिद्धू पेशे से अभिनेता हैं और गुरदासपुर के भाजपा सांसद सनी देओल के करीबी माने जाते हैं। मामले में दिलचस्प मोड़ तब आया जब उनकी कुछ पुरानी तस्वीरें सामने आईं। जिनमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ हैं। पीएम मोदी की तस्वीर में उनके साथ सनी देओल भी हैं।
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सरकार और टीवी मीडिया जहां आंदोलनकारी किसानों को हिंसा का जिम्मेदार बता रही थी तो वहीं दीप सिद्धू के बयान और उनकी तस्वीरों के सामने आने के बाद मामला ही बदल गया। अब सरकार खुद सवालों में है।
किसान संगठनों सहित तमाम राजनीतिक दल अब दीप सिद्धू की तस्वीरों पर बात कर रहे हैं और सरकार से ही सवाल पूछ रहे हैं।
This is Deep Sidhu with Modi & Shah. He led the mob at Red Fort today & unfurled the Sikh religious flag there pic.twitter.com/dX9bQjAIim
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) January 26, 2021
किसानों का कहना है कि भाजपा के सांसद सनी देओल का करीबी आदमी जो भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच रखता है वह ही किसान आंदोलन को बदनाम कर रहा है।
हालांकि किसान नेताओं पर भी सवाल उठते हैं कि अब तक वह दीप सिद्धू को अपने साथ क्यों रखे हुए थे।
Was Deep Sidhu and his followers responsible for hoisting that flag at the Red Fort?
He is the same person who campaigned for BJP in Lok Sabha Elections. Last time also he caused trouble in the protest by giving alleged Pro-Khalistani statements. pic.twitter.com/vIR0N86kTf
— Dhruv Rathee 🇮🇳 (@dhruv_rathee) January 26, 2021
सिद्धू के बारे में यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने अति उत्साह और किसान आंदोलन में नाम कमाने का मौका देखते हुए यह दावा कर दिया है।