भोपाल। केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दरजा छीन लिया है। ऐसा बार-बार उनके द्वारा किए गए चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के चलते किया गया है।
प्रदेश में हो रहे उपचुनाव के मतदान से ठीक पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस को झटका दिया है। आयोग द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर कार्रवाई करते हुए उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया गया। आयोग के मुताबिक कमलनाथ की भाषा आपत्तिजनक रही।
चुनाव आयोग के इस फैसले का असर यह होगा कि अब कमलनाथ की सभाओं पर होने वाला सारा खर्च पार्टी प्रत्याशी के खर्चों में जुड़ेगा। इनमें नाथ की हवाई यात्राओं और उनके काफिले का खर्च भी शामिल होगा। जो किसी भी प्रत्याशी के लिए काफी ज्यादा होगा।
MP assembly bypolls: EC revokes star campaigner status of Congress leader and ex-CM Kamal Nath for repeated violations of model code
— Press Trust of India (@PTI_News) October 30, 2020
चुनाव आयोग ने कमलनाथ के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नौटंकी के कलाकार बताना और मुंबई जाकर जाकर एक्टिंग करने जैसे बयानों पर यह कार्रवाई की है।
इसके अलावा कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को संबोधित करते हुए एक सभा में कहा था कि आपके भगवान तो माफिया हैं जिससे आपने मध्य प्रदेश की पहचान बनाई आपके भगवान तो मिलावट खोर हैं।
कांग्रेस की ओर से कमलनाथ अकेले ही प्रचार की कमान संभालेे हुए थे और अब वे स्टार प्रचारक जब नहीं रहे तो प्रचार के अंतिम दिनों में उनकी अनुपस्थिति प्रत्याशियों के लिए काफी ज्यादा खलने वाली है।
Order Shri Kamal Nathआयोग में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों के नेताओं की ओर से पिछले दिनों लगातार शिकायतें दी जा रही थीं। ये शिकायतें ज्यादातर विपक्षी नेताओं की भाषा को लेकर थीं।
इस मामले में शुरुआत कमलनाथ ने ही की थी जब वे मंत्री इमरती देवी को ‘आइटम’ बोल गए थे। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर पर सुर्खियों में आया था, जिसके बाद महिला आयोग से लेकर चुनाव आयोग तक सक्रिय हो गया था।
कमलनाथ पर आखिरकार आयोग की गाज गिर ही गयी।