लोगों को जेनरिक दवाइयों के लिए जागरूक करने के लिए चलाई जा रही है जन औषधि ट्रेन


यह ट्रेन देश के 9000 से अधिक औषधि केन्द्रों में उपलब्ध सस्ती और कारगर जेनरिक दवाओं के बारे में लोगों को जागरुक करेगी।


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jan aushadhi train

नई दिल्ली। सप्ताह भर चलने वाले समारोह के तीसरे दिन, केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जन औषधि ट्रेन (छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस) को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि जन औषधि केंद्र मोदी जी की सस्ती दवाई की दुकान है। जन औषधि ट्रेन लोगों में इस योजना के प्रति जागरूकता का माध्यम बनेगी। जल्द ही देश के बड़े रेलवे स्टेशनों पर जन औषधि केंद्र भी खोले जाएंगे।

आपको बता दें कि इस ट्रेन का उद्देश्य जन औषधि केन्द्रों के बारे में जागरूकता फैलाना है। यह ट्रेन 2 महीने के लिए 4 से अधिक राज्यों की यात्रा करेगी। साथ ही यह ट्रेन देश के 9000 से अधिक औषधि केन्द्रों में उपलब्ध सस्ती और कारगर जेनरिक दवाओं के बारे में लोगों को जागरुक करेगी।

बाल मित्र समझाएंगे जन औषधि का महत्व –

जनऔषधि केंद्र देश के हर कोने में आम जन को सस्ती और अच्छी दवाई उपलब्ध करवा रहे हैं। इस कड़ी में जनऔषधि बाल मित्र 30 जगहों पर जन औषधि परियोजना के प्रति जागरूकता अभियान में भागीदार बनेंगे।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर सस्ती जेनरिक दवाएं मिलती हैं, जो मार्केट में उपलब्ध ब्रांडेड दवाइयों से काफी सस्ते दामों में उपलब्ध होती हैं।

2014 के बाद से जेनरिक दवाओं की मांग ज्यादा बढ़ी है। बीते सालों में 9000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र से 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की जेनरिक दवाएं बेची जा चुकी है।

बड़ी संख्या में महिला लाभार्थियों ने लिया भाग –

जन औषधि दिवस, 2023 का तीसरा दिन देश भर में ‘जन औषधि – एक कदम मातृ शक्ति की ओर’ के रूप में मनाया गया।

सभी राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 34 स्थानों पर जन औषधि केंद्रों में बड़ी संख्या में महिला लाभार्थियों ने भाग लिया, जहां महिला जनप्रतिनिधियों, महिला डॉक्टरों, गैर-सरकारी संगठनों की उपस्थिति में बातचीत की गई और जन औषधि दवाओं के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी साझा की गई।

मासिक धर्म से जुड़े स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में भी विशेष चर्चा की गई। निर्धारित स्थानों पर 3500 से अधिक महिलाओं को विशेष तौर पर महिलाओं के लिए उपयुक्त उत्पादों वाली किट वितरित किए गए।

2019 से हर साल 7 मार्च को मनाया जाता है ”जन औषधि दिवस” –

जन औषधि केंद्रों के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी देने के लिए 1 मार्च से 7 मार्च के हफ्ते को जन औषधि सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। इसके लिए ‘जन औषधि –सेवा भी, रोजगार भी’ का नारा दिया गया है। वहीं सप्ताह के आखिरी दिन यानी 7 मार्च को ”जन औषधि दिवस” के रूप में मनाया जाता है।

भारतीय जनऔषधि केन्‍द्रों की संख्या –

केंद्र सरकार ने 2008 में रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) शुरू की थी जिसके तहत 31 जनवरी तक, 2023 तक, प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्‍द्रों (PMBJK) की संख्या बढ़कर 9082 हो गई है। देश के 764 जिलों में से 743 जिलों को कवर किया गया है।

मार्च 2025 तक पूरे देश में 10,500 PMBJP केंद्र खोलने का लक्ष्य –

PMBJP योजना के तहत केंद्र सरकार ने यह लक्ष्य तय किया है कि मार्च 2025 तक पूरे देश में 10,500 पीएमबीजेपी केंद्र खोले जाएं। इसके लिए सरकार पुरजोर प्रयास कर रही है।

सरकार ने दिसम्‍बर 2023 के अंत तक PMBJP की संख्या बढ़ाकर 10000 करने का लक्ष्य रखा है। PMBJP की उत्पाद टोकरी में 1759 दवाएं और 280 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं।

इसके अलावा, नई दवाएं और न्यूट्रास्यूटिकल्स उत्पाद जैसे प्रोटीन पाउडर, माल्ट-आधारित फूड सप्लीमेंट, प्रोटीन बार, इम्युनिटी बार, सैनिटाइजर, मास्क, ग्लूकोमीटर, ऑक्सीमीटर आदि भी शुरू किए गए हैं।


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