नई दिल्ली। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के आदर्श वाक्य से प्रेरित होकर, केंद्र सरकार अंत्योदय के उद्देश्य को साकार करने और समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को सरकार की योजनाओं और पहल का लाभ मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए स्पीड और स्केल पर निरंतर काम कर रही है।
इसी क्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 3.5 वर्षों में 8.15 करोड़ ग्रामीण परिवारों तक नल जल कनेक्शन प्रदान किया गया है।
इसी के बलबूते मार्च, 2023 तक देश के करीब 19.42 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से लगभग 11.38 करोड़ (58%) ग्रामीण परिवारों के हर घर जल पहुंच चुका है। जल जीवन मिशन की घोषणा के समय केवल 3.23 करोड़ (17%) ग्रामीण घरों में नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध थे।
2024 तक नल से जल कनेक्शन देना लक्ष्य –
जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल से जल कनेक्शन देना है। अगस्त 2019 में जल जीवन मिशन की शुरुआत के समय देश में केवल 3.23 करोड़ (17%) ग्रामीण घरों में नल के पानी के कनेक्शन थे।
6 फरवरी 2023 तक जल जीवन मिशन के तहत पिछले साढ़े तीन वर्षों में लगभग 7.87 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल के पानी के कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। इस तरह 8 मार्च 2023 तक देश के 19.42 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से लगभग 11.38 करोड़ घरों में नल से जल का कनेक्शन दिया जा चुका है।
राज्यों की स्थिति –
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार गोवा देश का पहला राज्य बना है, जिसे हर घर जल सर्टिफाइड किया गया है। केंद्र सरकार के अनुसार गोवा में हर घर में नल के जरिये साफ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
राज्य सरकार ने सभी 378 गांवों को ‘हर घर जल’ घोषित कर दिया है। गोवा के सभी 2,63,013 ग्रामीण घरों में नल का पानी उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा दादरा नगर हवेली एवं दमन और दीव भी, हर घर जल सर्टिफाइड केंद्र शासित राज्य बन चुके हैं।
वहीं, हरियाणा, पंजाब, बिहार और गुजरात आदि राज्यों में 70 से 99 फीसदी तक प्रगति हुई है। 28 लाख नल के कनेक्शन जारी कर 1526 गांवों में पाइप से सौ फीसदी पानी पहुंचाया गया है।
क्या है जल जीवन मिशन –
पीएम मोदी की पहल पर जल शक्ति मंत्रालय ने सभी ग्रामीण नागरिकों तक पानी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के लिए स्वच्छ जल की सुविधा घर-घर में उपलब्ध करवाती है।
इस योजना को राज्यों के साथ साझेदारी में कार्यान्वित किया जा रहा है। इस मिशन के तहत प्रयास किया जा रहा है कि ऐसे गांव जहां शुद्ध जल की अनुपलब्धता है और जो खासतौर से आर्सेनिक और फ्लोराइड से प्रभावित हैं, उन्हें शुद्ध और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
जल जीवन मिशन पेयजल की शुद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है, जिससे लोगों में जल जनित बीमारियां कम होती हैं और उनका स्वास्थ्य बेहतर होता है।
इस वर्ष बजट में हुई बढ़ोतरी –
केंद्र सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत वर्ष 2023-2424 के बजट को बढ़ाकर 70 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया है, जिससे ‘हर घर जल’ कार्यक्रम का महत्व स्पष्ट होता है।
पानी सभी विकास कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है और पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने से देश भर में दूर-दराज के इलाकों में रहने वाली ग्रामीण आबादी को ‘आसान जीवन यापन’ सुनिश्चित करने में काफी मदद मिलेगी।