सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने अमेजन इंडिया के साथ की साझेदारी, जानिए क्या होगा फायदा

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार देश में मनोरंजन उद्योग के लिए अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में कई प्रयास कर रही है। इसी क्रम में देश की रचनात्मक अर्थव्यवस्था और प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय और अमेज़न इंडिया ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग दोहरी विकास दर से बढ़ रहा है और ये देश की रचनात्मक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करता है।

उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया ने इंटरनेट, स्मार्टफोन और स्मार्ट टीवी तक पहुंच बढ़ा दी है। इससे ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे मनोरंजन के नए माध्‍यम तेजी से आगे बढ रहे हैं।

भारत में लाखों अनसुनी कहानियां –

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमारे भारत की सभ्यता प्राचीन है और इस कारण लाखों ऐसी अनसुनी कहानियां मौजूद हैं, जिन्हें अभी सुनाया जाना बाकी है। कहानियों का दायरा भी काफी विशाल है।

इसमें आध्यात्मिकता से लेकर सॉफ्टवेयर, परंपराओं से लेकर चलन तक, लोककथाओं से लेकर त्योहारों तक और ग्रामीण भारत से लेकर उभरते भारत तक एक विशाल डोमेन को कवर करता है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में भारतीय सामग्री को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सफलता मिली है और भारतीय अभिनेताओं ने विदेशी दर्शकों के बीच उच्च लोकप्रियता हासिल की है।

भारतीय विरासत को मिलेगा बढ़ावा –

अमेज़न के साथ लेटर ऑफ इंगेजमेंट में अमेज़न ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा भारतीय संस्कृति पर प्रकाशन विभाग की पुस्तकों की एक समर्पित सूची के माध्यम से भारतीय विरासत को बढ़ावा मिलेगा तथा इसमें अमेज़न म्यूजिक और एलेक्सा पर भारतीय संगीत को अगले स्तर पर ले जाने की पहल भी शामिल हैं।

ऑडियो-विजुअल के क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं –

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज फिल्म, टेलीविजन और ओटीटी मनोरंजन क्षेत्र ऑडियो-विजुअल क्षेत्र के समग्र विकास और भारतीय युवाओं के लिए रोजगार सृजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने देश में मनोरंजन उद्योग के लिए अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में कई पहल की हैं।

ओटीटी कंटेंट को लेकर जताई चिंता –

इसके साथ ही उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर उपलब्ध कराई जा रही सामग्री की गुणवत्ता के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, ओटीटी प्लेटफॉर्मों की यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है कि इस तरह के मंच रचनात्मक अभिव्यक्ति के नाम पर अश्लीलता एवं दुर्व्यवहार का प्रचार-प्रसार न करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म को सामूहिक कल्याण और रचनात्मक विविधता को प्रतिबिंबित करना चाहिए।


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