इंदौर लोकसभा सीट पर भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। भाजपा के प्रत्याशी शंकर लालवानी इस सीट 10 लाख 8077 वोट से जीते हैं। यह एक रिकार्ड है। वे देश में सबसे ज्यादा वोट से जीतने वाले सांसद बन गए हैं। हालांकि उन्होंने किसी भी व्यक्ति को नहीं हराया है। लालवानी के पीछे जिसे सबसे ज्यादा वोट मिले हैं वह है नोटा, इंदौर में नोटा ने एक बड़ा रिकार्ड बनाया है और 2.18 लाख वोट नोटा पर पड़े हैं। इस तरह इंदौर अब सफाई के बाद नोटा में भी नंबर एक पर है क्योंकि नोटा में यहां पड़े वोट देश में एक रिकार्ड हैं।
लालवानी के पीछे जो उम्मीदवार रहे हैं उनका नाम संजय सोलंकी है जिन्हें 51659 वोट मिले हैं। हालांकि दूसरे नंबर के उम्मीदवार को मिले वोट नोटा चुनने वालों के एक तिहाई भी नहीं हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की यह जीत सबसे बड़ी होकर भी फीकी है क्योंकि उनके सामने कांग्रेस का कोई उम्मीदवार ही नहीं था। कांग्रेसी उम्मीदवार अक्षय बम ने नाम वापसी के आखिरी दिन भाजपा के प्रभाव में आकर प्रत्याशी के तौर पर अपना नाम वापस ले लिया था और फिर वे भाजपा के लिए वोट मांगते रहे।
इंदौर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की प्रयोगशाला रहा है और इसका प्रभाव यहां के मालवा इलाके में साफ तौर पर नजर आता है। इंदौर में विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने कांग्रेस को साफ कर दिया था। वहीं इस बार तो भाजपा ने कांग्रेस का प्रत्याशी ही साफ कर दिया। ऐसे में जनता ने कांग्रेस उम्मीदवार की तलाश में नोटा पर सबसे ज्यादा वोट दिये हैं।