इंदौर। रामनवमी पर इंदौर के पटेल नगर के बेलेश्वर मंदिर में हुए हादसे के बाद शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा जब इंदौर पहुंचे तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इस दौरान लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी भी की। लोगों का गुस्सा देखकर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री कुछ असहज हो गए। इस बार गृह मंत्री ने मीडियाकर्मियों के पूछने पर भी कोई बात नहीं की। लोग उनके सामने ही मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। इस दौरान उनके साथ इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और दूसरे नेता भी मौजूद थे। इस हादसे में अब तक 36 लोगों की मौत की पुष्टी हो चुकी है और सुनील सोलंकी नाम का एक व्यक्ति लापता थे जिनका शव बाद में निकाला गया।
इंदौर में बावड़ी हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों और आम लोगों में सरकार के प्रति खासा गुस्सा हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को लोगों के इस गुस्से का सामना करना पड़ा। इस दौरान लोगों ने शेम-शेम और मुर्दाबाद तक के नारे लगाए। लोगों… pic.twitter.com/wYqDDimgGc
— Deshgaon (@DeshgaonNews) March 31, 2023
मुख्यमंत्री और गृहमंत्री सुबह साढ़े नौ बजे इंदौर पहुंचे। एयरपोर्ट पर ही लोगों ने उनसे सवाल करने शुरु कर दिए थे। इसके बाद दोनों अस्पताल में घायलों से मिलने पहुचें और कुछ मिनिट यहां बिताए। यहां से वे घटना स्थल पर पहुंचे और यहां करीब दस मिनिट रुके, यहां भी लोगों की नाराज़गी साफ दिखाई दे रही थी। कि इन मौतों का जिम्मेदार कौन है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ही नहीं सभी नेताओं खासकर भाजपा से संबंधित नेताओं को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा है। इंदौर के विधायक आकाश विजयवर्गीय भी जब लोगों से मिलने पहुंचे तो उनसे भी लोगों ने कड़े सवाल किए।
मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया से चर्चा में कहा कि- घटना दुखद है, जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी, पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मैंने पूरे प्रदेश में ऐसे जो भी ढंके कुएं, बावड़ी है, उनकी जांच के आदेश दिए हैं। इसी तरह खुले बोरवेल मामले में भी आदेश दिए हैं। अभी प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन की है, एक साथी अभी भी लापता है, इसके लिए काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने मृतकों को पांच पांच लाख रु की सहायता का ऐलान किया है और पीएम मोदी ने दो लाख रुपये की सहायता दी है।
इंदौर हादसे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान.
"दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा, मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं, सरकार घायलों का निशुल्क इलाज कराएगी, पीड़ित परिवार की सहायता में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. प्रदेश भर में कुएं, बावड़ी और बोरवेल की जांच की जाएगी."… pic.twitter.com/b85e1A8Wtd
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मुख्यमंत्री और गृह मंत्री गुरुवार को भोपाल में ही व्यस्त रहे। यहां कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद हैं और शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी भी पहुंचने वाले हैं इसके अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का दौरा है जिसे लेकर दोनों नेता तैयारियों में जुटे थे। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बातचीत की।
इसे लेकर आम लोगों खासकार कांग्रेस नेताओं ने भी मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जताया है। लोगों ने कहा कि यहां इतने लोगों की मौत हो गई और आप पीएम के स्वागत की तैयारियों में व्यस्त रहे। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने ट्वीट किया।
इंदौर हादसा:35 मौत,24 घंटों बाद भी शव नहीं निकाले जा सके,शहर में मातम पसरा था,आप व्यस्त थे PM-मोहन भागवत के कार्यक्रम स्थल के निरीक्षण में!!
आसुओं को नजदीक से देखना था,आक्रोश के डर से पलायन क्यों किया,क्या आपकी संवेदनाएं यही हैं? अतिक्रमण कर्ता व प्रशासनिक अकर्मण्यता का दोषी कौन? pic.twitter.com/xm9o6UPNaF— KK Mishra (@KKMishraINC) March 31, 2023
इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस घटना के पीड़ित लोगों की पूरी मदद करेगी। इसके अलावा प्रदेश में सभी इस तरह से ढ़के गए कुएं, बावड़ियों और बोरवेल की जांच की जाएगी।