भोपाल। प्रदेश में जनवरी के महीने में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने स्कूलों की टाइमिंग को लेकर एक अहम फैसला लिया है। उन्होंने कलेक्टरों को स्कूलों का समय बदलने के लिए अधिकृत किया है और पांच डिग्री सेल्सियस से कम तापमान होने पर पांचवी तक की कक्षाओं की छुट्टी करने के लिए भी कलेक्टरों को अधिकृत किया है। इसके बाद श्योपुर और ग्वालियर कलेक्टरों ने कुछ अहम निर्णय लिए हैं।
शीतलहर अथवा सामान्य से कम तापमान को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर स्कूलों के समय को परिवर्तित कर सकेंगे।
शीतकाल में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से लगातार कम होने की संभावना पर प्री-प्राइमरी से 5 वी तक की कक्षाएं बंद करने के संबंध में जिला कलेक्टर निर्णय ले सकेंगे। pic.twitter.com/cY8FUcwuRp
— इन्दरसिंह परमार (@Indersinghsjp) January 3, 2023
श्योपुर जिले में लगातार बढ़ रही सर्दी को देखते हुए कलेक्टर शिवम शर्मा ने स्कूलों में 4 दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया है हालांकि इस दौरान शिक्षकों को नियमित रूप से आना जरूरी है। 4 से 7 जनवरी तक मिली यह छुट्टी पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए है।
इसी तरह ग्वालियर जिले में भी कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्कूलों की टाइमिंग बदली है और सभी प्राइमरी स्कूलों को 7 जनवरी तक बंद रखने के लिए कहा है। निजी स्कूल भी बंद रहेंगे। इसके साथ ही मिडिल और हायर सेकेंडरी स्कूलों की टाइमिंग अब 9:30 बजे से की गई है। इसी तरह कोचिंग और ट्यूशन भी 9:30 बजे के बाद ही संचालित होंगे। सागर जिले में भी कक्षा पांचवीं तक के स्कूल को बंद करने का निर्देश जारी किया गया है, जबकि उसके आगे के क्लास सुबह साढ़े 9 बजे से लगेंगे। दर्जनों अन्य जिलों में भी इस तरह के आदेश जारी किए गए हैं।
इस दौरान उन लोगों का हाल खराब है जिनके पास ठंड से बचने के इंतजाम नहीं हैं। मंगलवार को प्रदेश के लगभग सभी इलाकों में तेज़ ठंड रही। इस दौरान राजधानी भोपाल में भी रिकॉर्ड ठंड रही और यहां दिन का तापमान 7.3 डिग्री सेल. रहा। ठंड को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी जिलों के कलेक्टरों को बच्चों के स्कूल का टाइम बदलने और 5 डिग्री से कम तापमान होने की स्थिति में अनिवार्य रूप से स्कूल बंद करने का निर्देश दिया है।