नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अपने लेक्चर के दौरान देश में लोकतंत्र मूल्यों के हनन पर बात की और केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया गया कि भारतीय लोकतंत्र की मूल संरचना पर हमला किया जा रहा है। कैंब्रिज में उन्होंने इजराइली स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर पेगासस के बारे में भी बात की। जिसके होने की पुष्टि भारत के कई राजनेताओं और पत्रकारों के फोन में हुई थी। उन्होंने कहा कि पेगासस का इस्तेमाल उन सहित कई और लोगों के फोन में जासूसी करने के लिए किया जा रहा था।
कांग्रेस ने कैंब्रिज बिजनेस स्कूल में एमबीए छात्रों को राहुल गांधी के ‘लर्निंग टू लिसन इन द 21 सेंचुरी’ विषय पर संबोधन का यूट्यूब लिंक ट्विटर पर साझा किया है। इसमें राहुल गांधी कह रहे हैं, “मेरे खुद के फोन में पेगासस था। बड़ी संख्या में राजनेताओं के फोन में पेगासस था। मुझे खुफिया अधिकारियों ने फोन किया था, जिन्होंने मुझसे कहा कि इस बात से सावधान रहें कि आप फोन पर क्या कह रहे हैं, क्योंकि आपका फोन रिकॉर्ड किया जा रहा है।”
Rampant intimidation of media, judiciary and opposition in India makes communication with people tough. I have been warned by intelligence officers about phone conversations, I too had Pegasus on my phone.
:Sh. @RahulGandhi at Cambridge
Full video here: https://t.co/WnhH6QMVTr pic.twitter.com/e4sF5ra9Ui
— Congress (@INCIndia) March 3, 2023
राहुल गांधी आगे कहते हैं, “विपक्ष में रहने पर ये वो निरंतर दबाव है जो हम महसूस करते हैं। मेरे ऊपर कई आपराधिक मामले हैं, जो किसी भी परिस्थिति में आपराधिक दायित्व वाले मामले नहीं होने चाहिए। इसी का हम बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। हर कोई जानता है और इसे लेकर कई खबरें भी हैं कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है। इस पर कई हमले हो रहे हैं। मैं भारत में एक विपक्षी नेता हूं, हम उस (विपक्षी) स्थान को नेविगेट कर रहे हैं। संस्थागत ढांचा जो लोकतंत्र के लिए आवश्यक है- संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका सब पर असर पड़ रहा है।”
राहुल ने अपने इस लेक्चर के दौरान कई विषयों पर बातचीत की उन्होंने यहां भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी जिक्र किया।
राहुल गांधी ने वहां कहा कि भारतीय लोकतंत्र खतरे में है जिसके बाद भारत में सत्ता पक्ष के सदस्यों और समर्थकों ने उनकी खासी आलोचना की। राहुल गांधी पर आरोप लगाया गया कि विदेश की धरती पर भारत का नाम बदनाम कर रहे हैं। हालांकि राहुल के समर्थकों ने उनके भाषण को सराहा भी।