भोपाल। आईएमएफ (IMF) के वैश्विक मंच पर जहां भारत की नकदी हस्तांतरण योजना की तारीफ हुई तो वहीं ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 (Global hunger Index) की रिपोर्ट में भारत की स्थिति पर दुनिया भर में चर्चा हो रही है। इस नई सूची में भारत का स्कोर 29.1 है जिसे देखते हुए भारत को सीरियस कैटेगरी यानी गंभीर बताया गया है।
बीते दिनों भारत की चर्चा कई वैश्विक मंचों पर हुई। इसमें भारतीय अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए चलाए जा रहे कामों की तारीफ हुई केंद्र सरकार और सत्ताधारी दल बीजेपी ने इसका लगातार प्रचार किया। इससे पहले भारत के उद्योगपति गौतम अडानी दुनिया भर की सुर्खियों में छाए रहे। वे दुनिया के दूसरे सबसे धनाढ्य व्यक्ति बन चुके हैं।
While Modi’s crony Adani is the 2nd Richest person in the world, India is the worst in Hunger Index in South Asia:
Global Ranking in Global Hunger Index – 2022
Sri Lanka – 64
Nepal – 81
Bangladesh – 84
Pakistan – 99
India – 107— Ashok Swain (@ashoswai) October 14, 2022
वहीं अब चर्चा भारत में भुखमरी की हो रही है। इस की नई सूची जारी की गई है जिसमें भारत 107 वें स्थान पर है। सूची में भारत के बाद केवल 14 और देश शामिल हैं।
वहीं भारत से पहले आने वाले देशों में रवांडा, नाइजीरिया, इथोपिया, सूडान और कांगो रिपब्लिक जैसे देश शामिल हैं जहां की भूखमरी की चर्चा दुनिया में पहले भी होती रही है लेकिन इस सूची में वे भारत से बेहतर स्थिति में हैं।
एक तेजी से तरक्की कर रहे विकासशील देश में भुखमरी के आंकड़े परेशान करने वाले हैं लेकिन इन पर सरकारें अब तक गंभीर नहीं है।
रिपोर्ट में ध्यान देने वाली बात यह है कि भारत से बेहतर स्थिति उसके पड़ोसी देश पाकिस्तान और श्रीलंका की है जिन की आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। वहीं रिपोर्ट में बांग्लादेश और नेपाल सरीखे देश भी भारत से बेहतर दर्जा प्राप्त हैं।
इन देशों की बात करें तो श्रीलंका जहां 64वें स्थान पर है तो वहीं बांग्लादेश 84 वे और नेपाल 81 वें स्थान पर है। पाकिस्तान भी भारत से करीब 8 अंक ऊपर 99 वे स्थान पर है।
जाहिर बात है कि आर्थिक विषमता झेल रहे यह राष्ट्र अपने नागरिकों को भोजन प्रदान करने में भारत से कहीं बेहतर काम कर रहे हैं।
बहुत सी जानकार मानते हैं कि भारत इस विषय पर एक डिनायल मोड में जा चुका है यानी सरकार ने मानना ही नहीं चाहती कि भुखमरी जैसी कोई समस्या है।