भोपाल। डॉलर के मुकाबले गिरते रुपए को लेकर केंद्र सरकार और समर्थक वर्ग द्वारा कई तरह के तर्क दिए जाते रहे हैं और इस बीच रूपया डॉलर के मुकाबले 83 का स्तर भी पार कर चुका है। यह ऐतिहासिक गिरावट है।
बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पहली बार 61 पैसे टूटकर 83 अंक से नीचे आया है। मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 10 पैसे टूटकर 82.40 पर था। पिछले कुछ महीनों में बुधवार को रुपए में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। जब यह टूटकर 61 पैसे कमजोर हुआ है। रुपए में इस गिरावट को अर्थशास्त्री भारत के आर्थिक मोर्चे पर खतरनाक संकेत मान रहे हैं।
रुपए के गिरने से भारत में महंगाई बढ़ेगी। इससे आयातित वस्तुओं की अधिक कीमत देनी होगी जो कि डॉलर में दी जाती है।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अमेरिकी दौरे के दौरान वॉशिंगटन डीसी में दिए गए बयान से काफी सुर्खियां बटोरीं जहां उन्होंने कहा कि रुपया कमजोर नहीं बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है।