भोपाल। अपनी नेटवर्थ में 60.9 बिलियन डॉलर जोड़कर भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी अब दुनिया के तीसरे सबसे अमीर कारोबारी बन गए हैं। उनकी नेटवर्थ करीब 11 लाख करोड़ रुपए हो चुकी है। इसके साथ ही अडानी ने फ्रांस के बर्नार्ड अरनॉल्ट को पीछे छोड़ दिया है। अडानी की संपत्ति पिछले आठ वर्षों में कई गुना बढ़ी है। मोदी सरकार के उदय के बाद अडानी रईसों की फेहरिस्त में लगातार आगे ही बढ़ते रहे हैं।
अडानी अब केवल एलन मस्क और जेफ़ बेजोस से ही पीछे हैं। अडानी टॉप-10 लिस्ट में शामिल एकमात्र भारतीय हैं। वहीं भारत के दूसरे बड़े उद्योपति और रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी करीब 7.3 लाख करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ इस लिस्ट में 11वें नंबर पर हैं।
अडानी की इस उपलब्धि की घोषणा ठीक उस समय हुई है जब भारत में आत्महत्याओं का आंकड़ा जारी किया गया है जिसके मुताबिक भारत में आत्महत्या करने वाला हर चौथा आदमी दिहाड़ी मजदूर है। साल 2022 में भारत में आत्महत्या करने वालों की संख्या भी काफी बढ़ी है।
लोगों का मानना है कि अडानी की दौलत में हुई इस बढ़ोतरी में एक बहुत बड़ी मदद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है। विपक्षी पार्टी अभी से लेकर लगातार आरोप लगाती रहीं हैं और तथ्यात्मक रूप से भी यह बात साबित होती है कि अडानी के कारोबार के लिए मोदी राज में एक बेहतर इकोसिस्टम तैयार किया गया। जिसका भरपूर फायदा अडानी ने उठाया।
germany has a larger economy than india but fewer billionaires than we have. china economy is 6X india’s but two richest asians are modigarchs. we have possibly the widest inequality and narrowest concentration of wealth and power of any modern democracy https://t.co/qbEM8CSVG1
— Aakar Patel (@Aakar__Patel) August 30, 2022
सोशल मीडिया पर भी यूजर इसे लेकर कई तरह की बातें कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर इस बात से इत्तेफाक रखते हैं कि मोदी सरकार का आना अडानी के लिए बेहद ही अच्छा साबित हुआ है।
अडानी के कारोबार को लेकर हाल ही आई रिपोर्ट के मुताबिक अडाणी ग्रुप की कंपनियों पर कुल मिलाकर 2.3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। कांग्रेस ने रिपोर्ट के आधार पर अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजदीकी पर सवाल उठाये थे।
अब आगे यह माना जा रहा है कि अडानी जल्द ही इस रैंकिंग में नंबर दो भी हो सकते हैं। अभी नंबर दो पर काबिज़ जेफ बेजोस की नेटवर्थ 153 बिलियन डॉलर ही और अडानी अब 137 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ उनसे ज्यादा पीछे नहीं हैं। अडानी ने केवल 2022 में अपनी नेटवर्थ में 60.9 बिलियन डॉलर जोड़े हैं।
वहीं नंबर एक पर काबिज़ टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क की नेटवर्थ 251 बिलियन डॉलर है अभी अडानी उनसे काफी पीछे हैं। यह पहली बार है जब कोई एशियाई ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के टॉप थ्री में शामिल है। इससे पहले अडानी ने फरवरी में रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी को सबसे अमीर एशियाई के रूप में पीछे छोड़ा था।