देश के छह राज्य बाढ़ की चपेट में हैं और यहां जान-माल का भारी नुकसान देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश में भी कई इलाकों में हालात खराब हैं। यहां के कई जिलों में शनिवार-रविवार को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। निमाड़ क्षेत्र के खरगोन और महाराष्ट्र सीमा से लगे बुरहानपुर में हालात खराब हैं। बुरहानपुर में ताप्ती नदी उफान पर है और कई गांवों का संपर्क टूट गया है। फोपनार, जसोंदी, नेपानगर, सहित दर्जनों गावों में बाढ़ के पानी में सैकड़ों घर और इमारतें डूब गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बुरहानपुर में ताप्ती नदी में एक युवक और लोनी गांव के बरसाती नाले में दो युवको के बहने की खबर है। हालांकि दोनों को बाद में बचा लिया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक बारिश से गणपति नाका पुलिस थाने के अंदर भी पानी भर गया है। अब पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ही अपने थाने से पानी बाहर फेंक रहे हैं। यहां कामकाज बुरी तरह प्रभावित है। जिले के जसौंदी में अंजनडोह नदी पर बने तालाब के ओवरफ्लो होने से बाढ़ आ गई। अंबाड़ा गांव में भी घरों में पानी भर गया।बारिश से लोगों की परेशानियों का जायजा लेने के लिए नेता और अधिकारी सक्रिय हैं।
आज बुरहानपुर के ग्राम जसोंदी में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की। और स्थानीय लोगों से वार्ता कर भारी बारिश से उत्पन्न हुए नुकसान का जायजा लिया। pic.twitter.com/N3BNnRbiy6
— Archana Chitnis (Modi Ka Parivar) (@ChitnisArchana) July 22, 2023
पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस ने कई गांवों में पहुंचकर बारिश की स्थिति का जायजा लिया। खरगोन जिले में बारिश का संकट देखा जा रहा है। यहां वेदा नदी में काफी पानी आ गया है और यह पानी इसके आसपास के रिहायशी इलाकों में भी भरने का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा दूसरे नदी-नाले भी उफान पर हैं।
मप्र में फिलहाल नर्मदापुरम, बैतूल, गुना और नरसिंहपुर, सीहोर, हरदा, इंदौर, रतलाम, मंदसौर और छिंदवाड़ा आदि जिलों में भारी बारिश की संभावना है। वहीं करीब 42 जिलों में हल्की या कहें सामान्य बारिश हो सकती है।