नई दिल्ली। किसान आंदोलन के घमासान के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान आया है। तोमर ने किसानों से उनका आंदोलन समाप्त करने की अपील की है और उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित भी किया है।
उन्होंने कहा है कि नए कानून बनाना समय की आवश्यक्ता थी और आने वाले कल में यह नए कानून किसानों के जीवन स्तर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं मंत्री के मुताबिक नए कृषि कानूनों के प्रति भ्रम को दूर करने के लिए वह सभी किसान भाइयों एवं बहनों को चर्चा के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
तोमर ने बताया कि कृषि कानूनों को लेकर किसानों के भ्रम दूर करने के लिए सचिव स्तर पर भी चर्चा की गई थी लेकिन जब इससे बात नहीं बनी तो उन्होंने दो-तीन दिन पहले ही सभी किसान यूनियन को फिर चर्चा पर बैठने के लिए अनुरोध किया है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वह अपना आंदोलन समाप्त करें और चर्चा के लिए आएं।
नए कानून बनाना समय की आवश्यकता थी, आने वाले कल में ये नए कृषि कानून, किसानों के जीवन स्तर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं।
नए कृषि कानूनों के प्रति भ्रम को दूर करने के लिए मैं सभी किसान भाइयों एवं बहनों को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूँ। pic.twitter.com/nuErxau23B
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) November 27, 2020
इस बीच खबर आ रही है कि किसान दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं पंजाब और हरियाणा के किसानों को पुलिस ने दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया है और यहां अस्थाई जेल बनाने की तैयारी की जा रही है। गुरुवार को लोहे के बैरिकेट्स किसानों ने तोड़ दिए थे जिसके बाद अब पुलिस भारी-भरकम सीमेंट के बैरिकेट्स लगा रही है।
किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने कई सड़कें खोद दी हैं यहां पुलिस कर्मियों के साथ अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है। कुछ स्थानों पर बीएसएफ रैपिड एक्शन फोर्स और सीआईएसएफ की तैनाती भी की गई है। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे किसान अपनी ट्रैक्टर और अन्य वाहन लेकर बढ़ रहे हैं।