ईडी की छापेमारी के बाद आत्महत्या के बढ़ते मामले राज्यसभा में गूंजे, कांग्रेस ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप


मध्य प्रदेश में ईडी की छापेमारी के बाद आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर कांग्रेस ने राज्यसभा में सरकार को घेरा। सांसद अशोक सिंह ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए।


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मध्य प्रदेश में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद लगातार आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं, जिससे राजनीतिक माहौल गरमाता जा रहा है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाते हुए केंद्र सरकार और ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। राज्यसभा सांसद अशोक सिंह ने कहा कि ईडी द्वारा राजनीतिक रूप से प्रेरित छापेमारी की जा रही है, जिससे व्यापारी, उद्यमी और उनके परिवार मानसिक दबाव में आकर आत्महत्या कर रहे हैं

ईडी की कार्रवाई के बाद आत्महत्या की घटनाएं

1. सीहोर जिले के कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी की आत्महत्या

  • 5 दिसंबर को ईडी ने परमार के ठिकानों पर छापा मारा था, जिसमें कई बेनामी संपत्तियों और चल-अचल संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए।
  • उनका बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया और वे आर्थिक संकट में आ गए।
  • मानसिक तनाव के कारण उन्होंने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
  • परमार परिवार का आरोप है कि उन्हें जानबूझकर प्रताड़ित किया गया।

2. जयश्री गायत्री फूड कंपनी की डायरेक्टर पायल मोदी का आत्महत्या का प्रयास

  • भोपाल में ईडी ने जयश्री गायत्री फूड कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की।
  • डायरेक्टर पायल मोदी ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
  • बाद में होश में आने के बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि पुलिस, ईडी और कुछ लोग उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं।
  • उन्होंने कहा कि उनके पास जीने का कोई रास्ता नहीं बचा था।

राज्यसभा में अशोक सिंह के गंभीर आरोप

राज्यसभा में बजट चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अशोक सिंह ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि “राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है”। उन्होंने कहा:

“जिन लोगों ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सहयोग किया, उन्हीं के घर पर ईडी ने छापे मारे। एक परिवार के बच्चे ने सिर्फ गुल्लक भेंट की थी, फिर भी उसके माता-पिता को इतना प्रताड़ित किया गया कि उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी।”

उन्होंने कहा कि सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और भ्रष्टाचार पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।

मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं के आरोप

कांग्रेस सांसद ने कहा कि ईडी की कार्रवाई के बावजूद भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापे का उदाहरण दिया, जहां से:

  • 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति, नगदी और सोना-चांदी बरामद हुआ।
  • इस छापेमारी में ईडी, आयकर विभाग और लोकायुक्त तीनों एजेंसियों ने हिस्सा लिया।

उन्होंने सवाल किया कि जब एक आरक्षक के पास इतनी संपत्ति हो सकती है, तो सरकार की भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मंशा पर संदेह होता है

डीएपी खाद की कालाबाजारी और किसानों की दुर्दशा

  • मध्य प्रदेश में डीएपी खाद की कालाबाजारी हो रही है, जिससे किसान बुरी तरह प्रभावित हैं।
  • खुद केंद्रीय कृषि मंत्री के क्षेत्र में भी खाद की किल्लत हुई।
  • किसानों को खाद और उर्वरकों के लिए रातभर लाइनों में लगना पड़ रहा है।

सरकार से की गई मांगें

अशोक सिंह ने सरकार से मांग की कि:

  1. ईडी की कार्रवाई की निष्पक्ष जांच हो और राजनीतिक प्रतिशोध से बचा जाए।
  2. किसानों के लिए खाद संकट का समाधान निकाला जाए।
  3. यूपीए सरकार की तरह किसानों का कर्ज माफ किया जाए।
  4. छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को राहत दी जाए ताकि वे मानसिक दबाव में न आएं।
  5. भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं पर सख्त कार्रवाई हो।


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