दमोह। विधायक राम बाई की मुश्किलें और भी बढ़ने को हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उनके पति और देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के आरोपी गोविंद सिंह को लेकर एक सख्त टिप्पणी की है। शुक्रवार को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस द्वारा गोविंद सिंह को पकड़ने के प्रयासों को नाकाफी बताया है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने डीजीपी के हलफनामे को खारिज करते हुए पांच अप्रैल को होने वाली अगली सुनवाई तक आरोपी गोविंद सिंह परिहार को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर मध्य प्रदेश पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है तो वह साफ़ बताएं? क्योंकि पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से आरोपी है फरार है और अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस द्वारा अब तक आरोपी गोविंद सिंह को पकड़े ना जाने को लेकर नाराजगी जताई है और कड़े शब्दों में अगली सुनवाई तक उसे पकड़ने के लिए कहा है। कोर्ट ने कहा है कि अगर पुलिस यह नहीं कर पा रही है तो उन्हें किसी दूसरी एजेंसी की तलाश करनी होगी।
कोर्ट में सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता लूथरा भी हाजिर हुए थे लेकिन कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा के हर हाल में 05 अप्रेल तक गोविंद सिंह को गिरफ्तार कर अपना शपथपत्र सरकार व डीजीपी दाखिल करें वहीं एसडीओपी के संबंध में हटा न्यायालय द्वारा जो ऑर्डर शीट लिखी गई थी उसकी जांच उच्च न्यायालय के सुपरविजन में करवाने की बात सुप्रीम कोर्ट ने कही है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस से आरोपी गोविंद सिंह को बीते साल सशस्त्र सुरक्षा देने के मामले में शपथ पत्र दाख़िल करने को कहा है। यहां फरियादी सोमेश चौरसिया के वकील ने एक बार फिर मप्र में कानून व्यवस्था न होने की बात दोहराई।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार के बारे में यही टिप्पणी की थी जिसके बाद गोविंद सिंह की तलाश तेज़ की गई थी। इस दौरान गोविंद सिंह पर पचास हज़ार रुपये का इनाम भी रखा गया।
गोविंद सिंह देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के आरोपी है कांग्रेस नेता चौरसिया की हत्या मार्च 2019 में हटा में उनके क्रशर में कर दी गई थी। इस मामले में विधायक राम बाई परिहार के पति के अलावा उनके देवर चंदू सिंह भी आरोपी हैं।
हालांकि गोविंद सिंह की तलाश में पुलिस कई बार विधायक राम बाई से पूछताछ कर चुकी है और उनके घर पर भी जा चुकी है लेकिन सफलता नहीं मिली है। ऐसे मैं अब पुलिस ने कुछ और टीमें बनाई हैं।
पिछले दिनों रामबाई पुलिस और प्रशासन से परेशान नज़र आईं। उनके गांव और घर पर सैकड़ों पुलिसकर्मी पहुंचे थे। इस दौरान रामबाई ने अपने पति गोविंद सिंह से अपील की कि वे जल्दी ही लौट आएं और सरेंडर कर दें क्योंकि ऐसा नहीं होता है तो सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई उनके खिलाफ जा सकती है।
आम तौर पर तेज़तर्रार दिखाई देने वाली विधायक रामबाई परिहार आजकल पुलिस और प्रशासन से घबराई हुईं हैं। प्रशासन ने उनके परिवार द्वारा किये गए अतिक्रमण तोड़ दिये हैं। गोविंद सिंह की तलाश में उनके रिश्तेदारों को भी पकड़ा गया और पूछताछ की गई है। पुलिस लगभग हर दिन उनसे पूछताछ करने पहुंच रही है।