भोपाल। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बुधवार को दो नाबालिग बहनों की लाश पेड़ से लटकी हुई मिली है। यह दोनों लड़कियां दलित समाज से बताई जा रहीं हैं। इस घटना के बाद इलाके में तनाव है। मृतक लड़कियों के परिजनों का आरोप है कि मोटरसाइकिल पर सवार कुछ लोग उनकी बेटियों को ले गए थे। घटना से नाराज़ ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने उनसे मुलाक़ात की और त्वरित न्याय का आश्वासन दिया। इस घटना के बाद से ही देश प्रदेश भर में सरकार के विरोध में लोग नजर आ रहे हैं। वहीं राजनीतिक दल भी इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को घेर रहे हैं।
सपा नेता अखिलेश यादव ने ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के एक वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में 2 दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।
निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में 2 दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया।
लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है। pic.twitter.com/gFmea4bAUc
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 14, 2022
मृत लड़कियों की मां ने पत्रकारों को बताया कि मोटरसाइकिल पर सवार कुछ लोग उनकी बेटियों को ले गए थे। ये परिजन निर्मम हत्या का आरोप लगा रहे हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार यूपी एडीजी (एलएंडओ) प्रशांत कुमार ने कहा है, ‘लखीमपुर में दो बहनों के शव उनके घर से कुछ दूरी पर पेड़ पर लटके मिले। एसपी मौके पर मौजूद हैं। परिजनों से मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। हर पहलू की होगी जांच।’हालाँकि ग़ुस्साए लोगों को समझाने के पुलिस के रवैये पर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है।