नई दिल्ली। बजट सत्र से पहले संसद में कोरोना विस्फोट हुआ है। औचक टेस्ट में संसद भवन के 402 स्टाफ की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।
इसके बाद राज्यसभा सचिवालय ने कर्मचारियों के ऑफिस आने पर पाबंदियां लगा दी है और साथ ही सभी आधिकारिक मीटिंग वर्चुअली करने का फैसला किया गया है।
नई गाइडलाइन के मुताबिक अंडर सेक्रेटरी और एग्जीक्यूटिव अफसर के पद से नीचे के 50 फीसदी अधिकारियों-कर्मचारियों को 31 जनवरी तक वर्क फ्रॉम होम दिया जाएगा।
संसद के एक अधिकारी के मुताबिक, 4 से 8 जनवरी के बीच कुल 1409 स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों के कोरोना टेस्ट किए गए। इनमें से लोकसभा के 200, राज्यसभा के 69 और संसद से जुड़े 133 कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई। वैरियंट की जांच के लिए सभी संक्रमितों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजे गए हैं।
स्थिति को देखते हुए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने फौरन निर्देश जारी किए कि सभी 1300 अधिकारियों और कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट किया जाए और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती होने और इलाज में मदद की जाए। साथ ही संक्रमण ठीक होने पर भी उनपर कड़ी निगरानी रखी जाए।