भोपाल। प्रदेश में उप चुनावों के दौरान नेताओं की कई बयान अब तक सामने आए हैं। यह बयान मौजूदा राजनीतिक परिवेश और आने वाली राजनीति की ओर भी इशारा कर रहे हैं।
सभा मंचों से कहे गए इन बयानों के अलावा नेताओं के वे बयान या वीडियो भी अहम हैं जिनमें वे कार्यकर्ताओं से सहज बातचीत करते नजर आ रहे हैं। इनमें प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी जैसे नेताओं के बयान और कृत्य काफी चर्चित रहे हैं।
यह सभी बयान नेताओं में बैठी असुरक्षा की भावनाओं को बताने के लिए भी बता रहे हैं। एक नजर बीते दो-तीन दिनों में सभा मंचों से आए नेताओं के इन बयानों पर।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को मुरैना विधानसभा में चुनाव प्रचार पर थे। यहां खरगपुर भर्राड़ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि
उप चुनाव में चुनाव प्रत्याशियों की जीत हार का नहीं बल्कि सरकार को स्थायित्व देने का है इसलिए 3 तारीख को आप मुरैना विधानसभा से भाजपा को जिताएं, भाजपा नहीं जीती तो मैं भी सीएम नहीं रहूंगा और मुझे झूला डालना पड़ेगा।
वहीं सागर जिले की सुरखी विधानसभा में कांग्रेस नेता अजय सिंह अपनी पार्टी की प्रत्याशी पारुल साहू के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए पहुंचे। शुक्रवार को इस चुनावी सभा में अजय सिंह ने जनता से कहा कि
गोविंद सिंह राजपूत तो बिकाऊ निकले लेकिन पारुल साहू टिकाऊ माल साबित होगा। पारुल साहू से अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रह जाऊंगा क्योंकि मैं आपके लिए वोट मांगने आया हूं।
इसके अलावा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी डबरा विधानसभा में भाजपा की प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी के लिए वोट मांगने पहुंचे थे। यहां उन्होंने मुस्लिम समाज के सम्मेलन में समाज जनों को संबोधित किया था।
नरोत्तम मिश्रा ने यहां से कमलनाथ पर एक दूसरी तरह का हमला बोला। उन्होंने कहा कि
मध्यप्रदेश में कमलनाथ चुनाव के टाइम आते हैं सभी मंदिरों पर जाते हैं पर मस्जिद और दरगाह हो पर क्यों नहीं जाते! क्योंकि उनका मानना है कि मध्य प्रदेश में मुस्लिम समुदाय के जो वोट तो उन्हें वैसे ही मिल जाएंगे।
एक बयान प्रदेश में कांग्रेस सरकार के दौरान रहे उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की ओर से भी सामने आया। मांधाता विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा करते हुए पटवारी ने कहा कि
कमलनाथ तो अंबानी और टाटा से फोन पर ही बात करते हैं, उनका ये कद है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो उनके पैरों की धूल हैं।