भोपाल। उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को उसके पच्चीसवेंं विधायक ने धोखा दे दिया। दमोह के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री जयंत मलैया को हराने वाले युवा राहुल सिंह लोधी भी अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
लोधी ने रविवार सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से मुलाकात की। इसके तुरंत बाद राहुल सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता भी ले ली।
हालांकि दमोह विधानसभा सीट से राहुल सिंह फिर विधायक बन सकेंगे या नहीं यह फिलहाल नहीं कहा जा सकता क्योंकि अब भाजपा को पहले की तरह नए विधायकों की जरूरत भी नहीं है और शायद राहुल सिंह से हारने वाले पूर्व मंत्री मलैया इसके लिए तैयार भी न हों।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने से कांग्रेस की रीति और नीति से दुखी नेताओं का फैसला बताया है। उन्होंने कहां की जनसेवक राहुल सिंह लोधी का भारतीय जनता पार्टी में स्वागत है। यही नहीं चौहान ने कहा कि वे विश्वास दिलाते हैं कि राहुल सिंह के क्षेत्र में जनता के कल्याण में कोई कमी नहीं आएगी।
वहीं राहुल सिंह ने कहा कि कमलनाथ की पंद्रह महीने की सरकार में कुछ नहीं हुआ है। वे भाजपा के विकासकार्यों से प्रभावित होकर यह फैसला ले रहे हैं। हालांकि राहुल सिंह के भाजपा में शामिल होने की अटकलें पहले से ही लग रहीं थी। इसे लकर कमलनाथ ने एक बार उनसे मुलाकात भी की थी।
राहुल सिंह लोधी के चचेरे भाई और बड़ामलेहरा से पूर्व विधायक प्रद्मुम्न सिंह लोधी भी पहले कांग्रेस से इस्तीफे देकर भाजपा सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं। वे फिलहाल इसी विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी भी हैं।
असत्य पर सत्य की जीत के पर्व विजयदशमी पर आज दमोह से कांग्रेस के युवा विधायक राहुल लोधी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर सत्य और विजय का रास्ता चुना है। भारतीय जनता पार्टी परिवार में सम्मिलित होने पर मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/Fg6f1NDMYi
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) October 25, 2020
राहुल सिंह के इस्तीफे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपनी टिप्पणी दी उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि यह असत्य पर सत्य की जीत है, विधायक राहुल सिंह लोधी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर सत्य और विजय का रास्ता चुना है भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने पर मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।
राहुल सिंह के इस्तीफे के बाद दमोह सीट खाली हो गई है और यहां पूर्व मंत्री जयंत मलैया के लिए एक बार फिर उम्मीद जाग उठी है। मलैया यहां लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं उनके साथ ही उनके पुत्र सिद्धार्थ मलैया भी दमोह की राजनीति का महत्वपूर्ण चेहरा बनकर उभरे हैं।
ऐसे में पूर्व में कांग्रेस छोड़ने वाले विधायकों की तरह क्या राहुल सिंह लोधी को भी दोबारा भारतीय जनता पार्टी दमोह से टिकट देगी यह फिलहाल कहना बहुत ज्यादा मुश्किल है।
कांग्रेस ने इसे लेकर कहा कि कि अब तक भाजपा खरीद फरोख्त से बाज नहीं आ रही है। प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि यह उपचुनाव भाजपा द्वारा जनता पर थोपे गए हैं। कांग्रेस ने राहुल पर पचास करोड़ में बिकने का आरोप लगाया है। इसके साथ राहुल सिंह का पुराना वीडियो भी शेयर किया है। जहां राहुल एक टीवी इंटरव्यू में कांग्रेस और कमलनाथ के प्रति अपनी निष्ठा जता रहे हैं।
ये ग़द्दार आज 50 करोड़ में बिक गया। pic.twitter.com/1NLk2W3EEW
— MP Congress (@INCMP) October 25, 2020