भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बुधवार शाम गैस लीक होने से हड़कंप मच गया। घटना मदर इंडिया कॉलोनी में हुई जहां एक वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से गैस का रिसाव हो रहा था। इसके बाद से ही लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ शुरू हो गई। ऐसे में लोग अपने घरों से निकलकर मैदानों की ओर भागने लगे। इस मामले को लेकर प्रशासनिक ना मला भी तुरंत ही सक्रिय हो गया और भोपाल के कलेक्टर तथा निगम कमिश्नर मौके पर पहुंच गए। गैस रिसाव के कारण कॉलोनी के बहुत से लोग अपने घरों में ताले लगाकर भाग गए जो गुरुवार सुबह स्थिति सामान्य होने पर लौट आए।
यहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में विशेषज्ञों की एक टीम ने जाकर जांच की तो पाया कि यहां लगे क्लोरीन गैस के एक बड़े सलेंडर में खराबी थी। इस सिलेंडर का नोजल खराब हो गया था और यहीं से गैस रिसाव हो रहा था।
इस दौरान लोगों की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इलाके में ज्यादातर लोगों को सांस लेने में दिक्कत शुरू हो चुकी थी और कईयों को मिचलाना और उल्टी भी हो रही थी। जिसके बाद ज्यादा परेशानी की शिकायत करने वाले करीब 15 लोगों को अस्पताल ले जाया गया। इनमें 2 बच्चे भी शामिल थे। इलाज के बाद इनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
Several people were left coughing and gasping in panic after a gas leak from a water treatment plant in Bhopal last evening.15 of them, including two children, had to be taken to the hospital their condition is stable now. pic.twitter.com/Awl13OUPBy
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) October 27, 2022
वही वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की जांच कर रहे दल ने भी गैस लीकेज को रोकने के लिए सिलेंडर के खराब नोजल पर करीब 5 किलो कास्टिक सोडा का छिड़काव किया। इसके बाद गैस रिसाव बंद हो गया।
इस मामले की जानकारी मिलने पर गैसकांड राहत मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल की महापौर मालती राय हमीदिया अस्पताल पहुंची और बीमार लोगों से मुलाकात की। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जांच की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, ‘इस मामले में सभी पीड़ित लोगों के इलाज की पूर्ण व्यवस्था हो, इस पूरे मामले की जाँच हो, सुरक्षा के सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।’