जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. आशीष प्रकाश सिंह को गुरुवार को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई करेली में पदस्थ डॉक्टर अपूर्वा श्रीवास्तव की शिकायत के आधार पर की गई।
लोकायुक्त टीम की डीएसपी सुरेखा परमार ने बताया कि शिकायतकर्ता डॉक्टर ने आरोप लगाया था कि सीएमएचओ द्वारा उनका वेतन रोक दिया गया है और इसे जारी करने के बदले 5000 रुपए की मांग की जा रही है। इस शिकायत की पुष्टि के लिए लोकायुक्त टीम ने योजना बनाकर कार्रवाई की और सीएमएचओ को उनके कार्यालय में रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
महिला कर्मचारी भी बनी सह आरोपी
कार्रवाई के दौरान सीएमएचओ के साथ कार्यालय में पदस्थ एक महिला कर्मचारी को भी सह आरोपी बनाया गया। डीएसपी परमार के अनुसार, शिकायत के बाद यह जानकारी भी सामने आई है कि सीएमएचओ नियमित रूप से वेतन भुगतान और अवकाश स्वीकृति जैसे कार्यों के लिए कर्मचारियों से पैसे की मांग करते थे।
इस कार्रवाई में लोकायुक्त जबलपुर की पांच सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया। टीम में डीएसपी सुरेखा परमार के साथ निरीक्षक भूपेंद्र सिंह दीवान और अन्य सदस्य कमल उइके शामिल थे। कार्रवाई के दौरान रिश्वत की रकम को बरामद किया गया और सीएमएचओ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
आगे की जांच जारी
लोकायुक्त टीम अब अन्य आरोपों की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या सीएमएचओ के खिलाफ पहले भी ऐसी शिकायतें दर्ज हुई हैं। इस घटना ने जिले में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।