सरकार ने नौसेना के लिए तीन कैडेट प्रशिक्षण जहाज व 70 बेसिक ट्रेनर विमान खरीदने को दी मंजूरी


L&T और HAL के साथ लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के दोनों अनुबंध किये जाएंगे। L&T 2026 से प्रशिक्षण जहाजों की और HAL छह वर्ष की अवधि में बेसिक ट्रेनर विमान की आपूर्ति करेगा।


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htt-40 basic trainer aircraft

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने भारतीय नौसेना के लिए तीन कैडेट प्रशिक्षण जहाजों और वायु सेना के लिए 70 HTT -40 बेसिक ट्रेनर विमान खरीदने को मंजूरी दे दी है।

L&T और HAL के साथ लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के दोनों अनुबंध किये जाएंगे। L&T 2026 से प्रशिक्षण जहाजों की और HAL छह वर्ष की अवधि में बेसिक ट्रेनर विमान की आपूर्ति करेगा।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘खरीद-भारतीय-IDDM (स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित) श्रेणी के अंतर्गत 3,108.09 करोड़ रुपये की कुल लागत से तीन कैडेट प्रशिक्षण जहाजों की खरीद को मंजूरी दी है।

इसके लिए Larsen & Toubro Limited (L&T) के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये जाएंगे। इन जहाजों की डिलीवरी 2026 से शुरू की जाएगी। यह जहाज महिला ऑफिसर कैडेट्स को समुद्र में ट्रेनिंग देने के काम आएंगे, ताकि भारतीय नौसेना की भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।

इसके अलावा राजनयिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से ये पोत मित्र देशों के कैडेटों को प्रशिक्षण भी देंगे। इन जहाजों को लोगों के बचाव कार्यों और मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) के लिए भी तैनात किया जा सकता है।

L&T से 3,108.09 करोड़ और HAL के साथ 6,828.36 करोड़ का होगा अनुबंध –

केंद्र सरकार ने भारतीय वायु सेना के लिए 6,828.36 करोड़ रुपये की लागत से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से 70 HTT-40 बेसिक ट्रेनर विमान की खरीद को मंजूरी दे दी है। विमान की आपूर्ति छह वर्ष की अवधि में की जाएगी।

HTT-40 एक टर्बो प्रॉप विमान है और इसे बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पूरी तरह से एरोबैटिक एक के पीछे एक सीट वाले टर्बो ट्रेनर में वातानुकूलित कॉकपिट, आधुनिक एवियोनिक्स, गर्म री-फ्यूलिंग, रनिंग चेंज ओवर और शून्य-शून्य इजेक्शन सीट है।

विमान नए शामिल पायलटों के प्रशिक्षण के लिए भारतीय वायुसेना के बुनियादी ट्रेनर विमान की कमी को पूरा करेगा।

प्रशिक्षण जहाज और ट्रेनर विमान पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से भारत में ही निर्मित –

इन जहाजों को चेन्नई के कट्टुपल्ली में L&T के शिपयार्ड में स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित किया जाएगा। ये MSME सहित भारतीय जहाज निर्माण और संबद्ध उद्योगों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करेगी।

स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त अधिकांश उपकरणों और प्रणालियों के साथ ये पोत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अनुरूप ‘आत्मनिर्भर भारत’ के भी गौरवशाली ध्वजवाहक होंगे।

रोजगार के खुलेंगे अवसर –

स्वदेशी ट्रेनर विमान को भारतीय सशस्त्र बलों की भविष्य की आवश्यकताओं को शामिल करने के लिए अपग्रेड किया जा सकता है। HTT-40 में लगभग 56 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री है, जो प्रमुख पुर्जों और उप-प्रणालियों के स्वदेशीकरण के माध्यम से 60 प्रतिशत से अधिक तक बढ़ जाएगी।

HAL अपनी आपूर्ति श्रृंखला में MSME सहित भारतीय निजी उद्योग को शामिल करेगा। इस खरीद से लगभग 1,500 कर्मियों को प्रत्यक्ष रोजगार और 100 से अधिक MSME में फैले 3,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है।

HTT-40 का अधिग्रहण भारतीय एयरोस्पेस रक्षा इकोसिस्टम को प्रोत्साहित करेगा और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में प्रयासों को बढ़ावा देगा।


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