इंदौर। महू छावनी के सैन्य क्षेत्र के नजदीक गांव गवली पलासिया में दो सगी बहनों पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है। इन दोनों बहनों को उनके घर में ही नज़र बंद किया गया है। गांव की लक्ष्मीविहार कॉलोनी में उनके घर की ओर जाने वाले कई रास्तों पर पुलिस लगी हुई है।
इन दोनों महिलाओं के नाम यासीन और हिना बताए जा रहे हैं। जो कि पाकिस्तान की सेना और आईएसआई के अफसरों से संपर्क में थीं। आईबी, मिलिट्री इंटेलिजेंस जैसी जांच एजेंसियां इनसे लगातार पूछताछ कर रहीं हैं।
पुलिस के पास इन दोनों बहनों के पाकिस्तान में संपर्क होने की जानकारी काफी दिनों से थी और इसके बाद इन पर नज़र रखी गई। पुलिस ने इन दोनों की रेकी भी की और उस दौरान पुलिस ने कोरोना की जानकारी जुटा रहे स्वास्थ्य कर्मी बनकर इनके घर की जानकारी जुटाई।
इन दोनों के के पास कई अलग-अलग नामों से फेसबुक आईडी मिली हैं। दोनों महिलाओं ने पकड़े जाने से पहले ही फेसबुक आईडी डिलीट कर दी थी और अपने मोबाइल फोन को फॉर्मेट कर दिए थे।
फिलहाल सायबर सेल ने इनके मोबाइल और कंप्यूटर जब्त कर लिये हैं और डेटा रिकवरी की कोशिश कर रहा है। पूछताछ में पता चला है कि पाकिस्तानी सेना का अफसर कुक बनकर फेसबुक पर उनसे बात करता था। कुछ अफसरों को दोनों के स्लीपर सेल होने का भी शक है।
दैनिक भास्कर के मुताबिक महू की ये दोनों महिलाएं सेना से रिटायर्ड चांद खान की बेटियां हैं जिनका कुछ समय पहले निधन हो चुका है। ये दोनों ही अच्छी पढ़ी लिखी हैं और साहित्य में MA कर चुकी हैं। इसके अलावा दोनों ने सैन्य विज्ञान में पढ़ाई भी की है।
इस मामले में यासीन की भूमिका संदिग्ध बताई जाती है। जिसके पाकिस्तान में कई लोगों से संपर्क होने की खबर भी मिली है। हालांकि पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक दोनों से शक के आधार पर ही पूछताछ की जा रही है। इनके द्वारा पाकिस्तान में किसी को कोई संवेदनशील जानकारी दिए जाने के साक्ष्य अब तक नहीं मिले हैं।
सूत्रों के मुताबिक इन बहनों के बारे में जानकारी कुपवाड़ा में पकड़े गए एक संदिग्ध के मोबाइल से मिली। जिसमें चैट में दोनों बहनों से बातचीत की जानकारी मिली।
उसकी बात कई बार दोनों से फोन पर हुई थी। इसके बाद एजेंसियों ने इसकी सूचना भोपाल पुलिस हेडक्वार्टर को दी और मिलिट्री इंटेलिजेंस भी नजर रखनी शुरू कर दी। दोनों के मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगाए गए।
खबरों के मुताबिक अब तक जांच एजेंसियों को जो पता चला है उसके मुताबिक दोनों बहनें पाकिस्तान के मोहसिन खान, ओवेज खान और दिलावर नामक व्यक्तियों के संपर्क में रहीं हैं।
इनमें से एक पाक का नेवी ऑफिसर और दूसरा लाहौर बेस आर्मी का अफसर है। तीसरे युवक दिलावर की आईएसआई से जुड़ाव की बात सामने आई है। युवतियां कई महीनों से उनसे जुड़ी हुई थीं। हालांकि प्रारंभिक पूछताछ में एक युवती ने शादी के लिए बातचीत की बात पुलिस को कही थी।
सोशल मीडिया पर बातचीत बड़ी बहन यासीन ने बताया कि 3 वर्ष पूर्व उसकी दोस्ती एक पाकिस्तान युवक से हुई थी। फेसबुक आईडी अंग्रेजी के 2 शब्दों में बनी हुई थी।
कुछ महीनों चैटिंग के बाद अचानक वह गायब हो गया। उसे मैंने फेसबुक पर बहुत ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिला। कुछ दिनों बाद एक अन्य व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट मेरे पास आई और वह मुझसे दोस्ती कर बात करने लगा।
महू शहर के बहुत से लोग इन महिलाओं को जानते हैं हालांकि उन्हें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि इनके संबंध पाकिस्तान में किसी के साथ हो सकते हैं। वहीं इनके कॉलोनी के लोगों के मुताबिक वे दोनों बहनें अच्छे स्वभाव की थीं और काम से काम रखने वालीं थीं।
पिछले करीब पांच दिनों से इस मामले को गोपनीय रखा गया हालांकि पिछले कुछ दिनों से गांव की इस कॉलोनी में लगातार पुलिस की मौजूदगी से लोगों को शक होने लगा था कि यहां कुछ ठीक नहीं है।
शीर्ष जांच एजेंसी और आर्मी इंटेलिजेंस के अफसर पड़ताल कर रहे हैं। युवतियाें के 3 बैंक अकाउंट और 4 माेबाइल मिले हैं। इनका डाटा रिकवर किया जा रहा है।
-हरिनारायणचारी मिश्र, आईजी इंदौर रेंज