झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु होंगी एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार


देश के अगले राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु के नाम पर मुहर लगा दी है। मंगलवार शाम को भाजपा संसदीय बोर्ड की मीटिंग के बाद मुर्मु के नाम पर सहमति बनी।


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नई दिल्ली। देश के अगले राष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार की देर शाम एनडीए ने भी अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है।

देश के अगले राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु के नाम पर मुहर लगा दी है। मंगलवार शाम को भाजपा संसदीय बोर्ड की मीटिंग के बाद मुर्मु के नाम पर सहमति बनी।

इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता शामिल हुए थे।

इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की थी जिसके बाद अटकलें शुरू हो गईं कि नायडू ही एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि, एनडीए और भाजपा के किसी नेता ने इस मुलाकात पर टिप्पणी नहीं की थी।

दूसरी तरफ, विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय किया है। इसके बाद सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।

उनके नाम की घोषणा होने से पहले एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने इस बात के संकेत दिए थे कि वे राष्ट्रपति चुनाव की रेस में शामिल होने के लिए तैयार हैं। नई दिल्ली में विपक्ष की बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम 27 जून को सुबह 11.30 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे।

सिन्हा ने पोस्ट में कहा, ‘ममता जी ने TMC में मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दिलाई, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं। अब समय आ गया है कि मैं एक बड़े उद्देश्य के लिए पार्टी से अलग हो जाऊं ताकि विपक्ष को एकजुट करने के लिए काम कर सकूं। मुझे उम्मीद है कि ममता जी मेरे इस कदम को स्वीकार करेंगी।’

बता दें कि अब तक कई बड़े नेता राष्ट्रपति चुनाव की रेस से पीछे हट चुके हैं। पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर गोपालकृष्ण गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव से अपना नाम वापस लिया था।

उनसे पहले नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अबदुल्ला ने भी विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था।

15 जून को नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 जून है। अगर चुनाव कराने की जरूरत पड़ती है, तो यह 18 जुलाई को कराए जाएंगे और जुलाई में ही नतीजे आ जाएंगे।


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