देश में छोटे और सीमांत किसानों को बड़ी राहत की खबर है, रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने किसानों के लिए लोन लेने के लिए नियम में बदलाव किया है। अब आरबीआई द्वारा किसानों को बिना गारंटी के लिए मिलने वाले कृषि लोन को 1.60 लाख रुपए से बढ़कर 2 लाख कर दिया गया है। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य किसानों को ज्यादा वित्तीय सहायता देना और महंगाई के चलते खेती की बढ़ती लागत से उन पर आ रहे बोझ को कुछ हद तक संतुलित करना है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद इस महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा, “कृषि उत्पादन की लागत और महंगाई को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि कृषि क्षेत्र में छोटे और सीमांत किसानों के लिए बिना गारंटी वाले ऋण की सीमा को ₹2 लाख प्रति किसान तक बढ़ाया जाए। इससे किसानों को आसानी से वित्तीय सहायता उपलब्ध होगी।”
किसानों के लिए फायदेमंद होगा यह कदम
यह कदम छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा। वित्तीय और कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस निर्णय से देश के करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे, जो आमतौर पर छोटी जोत पर खेती करते हैं और जिन्हें पूंजी की कमी का सामना करना पड़ता है। बढ़ती लागत और फसलों के लिए आवश्यक उर्वरक, बीज और अन्य कृषि इनपुट्स की महंगाई ने किसानों की वित्तीय स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
आसान होगा अब लोन लेना
आरबीआई के इस कदम से किसानों के लिए बैंकों से ऋण लेना आसान होगा, जिससे वे साहूकारों के चंगुल से बच सकेंगे। इसके साथ ही, यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगी।
फैसले में लगी देर
कृषि क्षेत्र में लागत में लगातार वृद्धि और वित्तीय सहायता की कमी के कारण किसान अक्सर ऋण संकट में फंस जाते हैं। 2010 में पहली बार यह सीमा ₹1 लाख तय की गई थी, जिसे बाद में 2019 में ₹1.6 लाख तक बढ़ाया गया। अब 2024 में इसे ₹2 लाख तक बढ़ाना यह दर्शाता है कि आरबीआई किसानों की जरूरतों को समझते हुए उनके लिए राहत देने के प्रयास कर रहा है।
कृषि लोन से बढ़ीं भविष्य की उम्मीदें
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम के बाद बैंकों और किसानों के बीच विश्वास बढ़ेगा। हालांकि, यह भी जरूरी है कि बैंकों द्वारा समय पर ऋण वितरण किया जाए और किसानों को इसका लाभ सीधे पहुंचे। इसके साथ ही, कृषि से जुड़े अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के सुधार की जरूरत है ताकि ग्रामीण भारत को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके।