लैंगिक समानता में BCCI का बड़ा कदम, दुनिया भर में हो रहा स्वागत


महिला और पुरुष क्रिकेटरों को अब एक समान मैच फीस, 3 से 6 गुना तक हुई है बढ़ोत्तरी


DeshGaon
बड़ी बात Published On :

भोपाल। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने लैंगिक समानता के दिशा में बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने तय किया है कि अब महिला क्रिकेटरों को भी पुरुष क्रिकेटरों की तर्ज पर ही वेतन दिया जाएगा।  बोर्ड के इस कदम को बड़ा बदलाव माना जा रहा है क्योंकि अब तक महिला और पुरुष खिलाड़ियों को मिलने वाली मैच फीस में काफी बड़ा अंतर है। इसके अलावा इन्हें मिलने वाली सुविधाएं भी बेहद भिन्न हैं।

BCCI के इस फैसले का ऐलान बोर्ड के सचिव जय शाह ने किया। उन्होंने कहा कि , ‘मुझे लैंगिंग समानता की दिशा में पहला कदम उठाते हुए खुशी हो रही है। हम भारतीय महिला टीम के अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए बराबर की नीति लागू कर रहे हैं। हम क्रिकेट में लैंगिक समानता की दिशा के नए युग में प्रवेश कर रहे हैं। और हम पुरुष और महिला क्रिकेटरों  को बराबर मैच फीस का भुगतान किया जाएगा।’

बोर्ड के इस फैसले के बाद अब महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को हर टेस्ट खेलने के लिए 15 लाख रुपये मिलेंगे। एक वनडे खेलने के लिए 6 लाख और टी20 मैच के लिए उन्हें 3 लाख रुपये मिलेंगे। इससे पहले, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों की टेस्ट के लिए 4 लाख रुपये बतौर मैच फीस मिलते थे। जबकि वनडे और टी20 के लिए एक लाख रुपये मिलते थे।

इस तरह टेस्ट मैच के लिए महिला क्रिकेटरों की फीस में करीब 4 गुना की बढ़ोत्तरी हुई है। वन डे मैच की फीस में यह बढ़ोत्तरी छह गुना है और टी20  मैच के लिए मैच फीस तीन गुना बढ़ी है।

बोर्ड के इस फैसले का स्वागत हो रहा है। पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया है। प्रशंसा करने वालों में हर क्षेत्र के मशहूर लोग शामल हैं।

बीसीसीआई ने अनुबंधित महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को पुरुषों के बराबर मैच फीस देने का फैसला तो कर लिया है। लेकिन, अभी भी महिला खिलाड़ियों की एनुअल रिटेनर फीस में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को मिलने वाली रकम में जमीन आसमान का फर्क है। फिलहाल, महिला क्रिकेटर को सबसे अधिक 50 लाख रुपये रिटेनर फीस के तौर पर मिलते हैं।


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