नई दिल्ली। ‘यह नया भारत है, आतंक के सामने कभी नहीं झुकेगा, चुन-चुनकर बदला लेगा और जरूरत पड़ी तो दुश्मन के घर जाकर भी हिसाब चुकता करेगा।’
एयर स्ट्राइक के बाद पीएम मोदी के ये एक-एक शब्द भारतीय सेना के शौर्य के द्योतक हैं, जब 2019 में भारतीय वायु सेना ने बालाकोट एयरस्ट्राइक को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था।
दरअसल, देश के इतिहास में 26 भारतीय वायुसेना के पराक्रम का परिचायक है, जब वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान के पूर्वोत्तर इलाके खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की।
26 फरवरी, 2019 ऐसा अहम दिन था जब भारतीय वायु सेना के पुरुष और महिला कर्मियों ने अपनी अभियान क्षमता और तैयारी का परिचय दिया था।
इस दिन भारतीय वायु सेना ने सफलतापूर्वक एक बहुत जटिल अभियान पूरा किया और अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने लक्ष्य को हासिल किया।
पुलवामा हमले का जवानों ने लिया बदला –
14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 78 वाहनों के काफिले को आतंकियों ने विस्फोट कर निशाना बनाया। यह हमला पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के निकट लेथपोरा इलाके में हुआ था। इस पर पूरा देश गम और गुस्से में डूब गया था।
ऐसे में पीएम मोदी ने एक रैली में देशवासियों को संदेश दिया और कहा कि ”शहीदों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और गुनहगारों को सजा जरूर दी जाएगी”।
बालाकोट एयर स्ट्राइक को कैसे दिया अंजाम –
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित इस्लामिक आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। तब भारत ने धैर्य से काम लिया। लेकिन इसके बाद जो हुआ वो पूरी दुनिया ने देखा।
भारत ने बता दिया कि वो ऐसे हमलों का पर चुप नहीं बैठने वाला और पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन के भीतर यानि 26 फरवरी को भारत ने बदला भी लिया।
भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 विमानों ने रात को नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान के पूर्वोत्तर इलाके खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की।
इस पर भारत के तत्कालीन विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा था कि इस स्ट्राइक में बड़ी संख्या में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी, उनको प्रशिक्षण देने वाले, संगठन के बड़े कमांडर और फिदायीन हमलों के लिए तैयार हो रहे जिहादियों को खत्म कर दिया गया है। इस हमले में जैश के करीब 300 आतंकी मारे गए थे।
हवाई जाबांजों को नमन –
इस दिन भारतीय वायु सेना अपने बहादुर हवाई निगहबानों की भावना, दृढ़ता और बलिदान को नमन करता है। भारतीय वायु सेना पूरे राष्ट्र को अपने मजबूत इरादों और संकल्प के प्रति आश्वस्त करती है।
राष्ट्र की एकता और सम्प्रभुता की रक्षा करने के संबंध में अपने पवित्र कर्तव्यों को पूरा करने के लिए भारतीय वायु सेना अन्य रक्षा बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
देश की सेना और सुरक्षा बलों का मनोबल हुआ मजबूत –
आतंकियों के कायराना हरकतों से जवानों के साथ ही पूरे देश के रक्त में उबाल आ जाता है। ऐसे में इस नए भारत में जवानों की शहादत सिर्फ अखबारों की सुर्खियां बनकर ही नहीं रह जाती हैं, बल्कि आतंकियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देकर केंद्र सरकार ने सैनिकों के हाथों को और मजबूत करने का काम कर रही है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार द्वारा उठाए गए इन तमाम कदमों से न सिर्फ देश की सेना और सुरक्षा बलों का मनोबल मजबूत हुआ है बल्कि दुश्मनों के खिलाफ भारत की कार्रवाई के तौर-तरीके भी बदले हैं। अब देश की सेना और सुरक्षाबलों में ये भरोसा पैदा हुआ है कि राष्ट्र रक्षा के कर्तव्य पालन में उन्हें खुली छूट रहेगी।
भारत की सैन्य शक्ति किसी भी देश से कम नहीं –
कुछ समय पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि यह पिछले 8-9 वर्षों का परिणाम है कि भारत अब कमजोर नहीं रहा। जब हमारे सशस्त्र बलों ने 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में बालाकोट हवाई हमले किए, तो हमने आतंकवाद पर अपना रुख स्पष्ट किया। यह इस बात का सबूत था कि भारत की सैन्य शक्ति किसी भी देश से कम नहीं है।”
उन्होंने राष्ट्र को आश्वासन दिया कि लोगों को भारत विरोधी तत्वों से बचाने के लिए सशस्त्र बलों को पूरी तत्परता के साथ तैनात किया गया है।