भोपाल। उपचुनावों में विकास, दलबदल और लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने जैसे मुद्दों के उठने की उम्मीद थी लेकिन इन उपचुनावों में फिलहाल महिलाओं के अपमान का ही मुद्दा सबसे ज्यादा चर्चित हो रहा है।
भाजपा भले ही अभी ज्यादा हमलावर नजर आ रही हो लेकिन उनकी ओर से भी एक प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी को अपमानित किया है। ऐसे में दोनों ही ओर से नेता महिलाओं का अपमान करने में पीछे नहीं हैं और दोनों ही उपचुनावों में हो रही ऐसी राजनीति पर शर्मिंदा भी हैं।
पूरे प्रदेश में जहां भाजपा मंत्री इमरती देवी पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टिप्पणी पर तीखा विरोध कर रही है तो वहीं अनूपपुर में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ अब कांग्रेस भी ऐसा ही करने की तैयारी में है।
मंगलवार को कांग्रेसियों ने भाजपा प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कर एफआईआर की मांग की है। http:/
शिवराज के मंत्री की अभद्र टिप्पणी का विरोध,
शिवराज के मंत्री और अनूपपुर से बीजेपी प्रत्याशी बिसाहू लाल द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी को “रखैल” बोलने के विरोध में आज अनूपपुर की जनता सड़कों पर उतरी।
शिवराज जी,
—मौन धरना कब देंगे..?
या चुप रहकर अपनी निर्लज्जता साबित करेंगे..? pic.twitter.com/JzGZrmHfLW— MP Congress (@INCMP) October 20, 2020
इसके साथ ही रिटर्निंग अधिकारी ने सोमवार को बिसाहूलाल सिंह द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी पर भाजपा को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इस टिप्पणी पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को माफ़ी भी मांगी थी।
वहीं अनूपपुर में जिला कांग्रेस कमेटी और महिला कांग्रेस द्वारा मंगलवार को संयुक्त रुप से थाने का घेराव किया गया और कार्रवाई की मांग की।
दरअसल बिसाहूलाल ने कहा था कि विश्वनाथ सिंह ने नामांकन फार्म में पहली पत्नी का जिक्र नहीं किया और दूसरी पत्नी के बारे में बताया है जबकि उन्हें पहली वाली पत्नी के बारे में भी बताना चाहिए था।
बिसाहूलाल ने एक समय उनके बेहद करीबी रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल पर भी अमर्यादित टिप्पणी की है।
वहीं राहुल गांधी के द्वारा भी कमलनाथ के बयान की निंदा किए जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री भूपेंद्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा अब कमलनाथ पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
वहीं कमलनाथ ने पहले ही कह दिया है कि ये राहुल गांधी के विचार हैं और वे अपने बयान पर स्थिति पहले ही स्पष्ट कर चुका हूं। ऐसे में वे माफी तो नहीं मांगेंगे लेकिन उनके शब्दों से किसी को अगर दुख हुआ है तो उन्हें खेद है।
अगर @RahulGandhi अपनी मान्यता से बंधे हैं तो तत्काल प्रभाव से @OfficeOfKNath को पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त करे…
अन्यथा यही माना जाएगा कि राहुल जी ने भी बस भर्त्सना की औपचारिकता पूरी की है…
यह कमलनाथ जी का राष्ट्रीय नेतृत्व को अंगूठा दिखाने का प्रयास भी है! pic.twitter.com/NN1ChL6S8l— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) October 20, 2020