चार विधानसभा चुनावों के नतीजे रविवार को आ रहे हैं और रुझानों में नतीजे तय माने जा रहे हैं। मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी बड़े अंतर के साथ जीत रही है और वहीं तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिली है। इन तीनों राज्यों में कांग्रेस ने अपनी हार मान ली है। मप्र में सीएम शिवराज सिंह चौहान का मानना है कि उन्हें लाडली बहना योजना के कारण बड़ी जीत मिल रही है हालांकि भाजपा महासचिव ने इसे मोदी मैजिक करार दिया है। उनका तर्क है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तो ये योजना नहीं थी फिर भी वहां भाजपा जीत रही है।
मप्र की बात करें तो यहां दोपहर तीन बजे तक आए रुझानों में 165 सीटों पर भाजपा और 63 सीटों पर कांग्रेस आगे हैं। यहां भाजपा की बड़ी जीत तय मानी जा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जाकर उन्हें जीत का श्रेय दिया है। भाजपा दो तिहाई बहुमत से प्रचंड जीत की ओर बढ़ रही है।
सोशल मीडिया के मेरे मित्रों,
पूरे कैंपेन के दौरान आपका जो प्यार, सहयोग और स्नेह मिला, वो अद्भुत व अभूतपूर्व था।
आपके प्यार और सहयोग के जरिये आज भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है।आपका यह प्रेम और स्नेह बना रहे…
मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि… pic.twitter.com/411uSTQjba— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) December 3, 2023
इंदौर से सभी 9 सीटों पर भाजपा का प्रभाव दिखाई दिया। हालांकि यहां विधानसभा क्रमांक पांच में कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल चुना जीत सकते हैं। इसके अलावा इंदौर से रमेश मेंदोला बड़े अंतर से चुनाव जीत रहे हैं। उनकी लीड 79 हजार के करीब है। प्रदेश में पिछड़ रहे कांग्रेस के बड़े नेताओं में जीतू पटवारी के अलावा, पीसी शर्मा, सज्जन सिंह वर्मा, तरुण भनोट, मुकेश नायक, ओमकार मरकाम, कुणाल चौधरी, एनपी प्रजापति आदि शामिल हैं। भाजपा ने जितने भी बड़े नेताओं को चुनाव में उतारा था वे सभी चुनाव जीत रहे हैं। दिमनी से नरेंद्र सिंह तोमर, नरसिंहपुर से प्रह्लाद पटेल, इंदौर एक से कैलाश विजयवर्गीय के अलावा सांसद राव उदय सिंह और रीती पाठक भी चुनाव जीत रहे हैं। इसके बाद प्रदेश के सभी भाजपा कार्यालयों में जश्न शुरु हो गया है। पार्टी कार्यकर्ता ढोल-धमाकों के साथ जनादेश का स्वागत कर रहे हैं वहीं कांग्रेसी खेमे में सन्नाटा छाया हुआ है। कांग्रेस के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। ज्यादातर कांग्रेसी नेता अब मतगणना केंद्र से निकल चुके हैं।
वहीं राजस्थान में भाजपा 114 सीटें जीतती दिख रही है। यहां सरकार बदलने का ट्रेंड जारी है। भाजपा को अब तक 27 सीटों पर जीत मिल चुकी है। वहीं बाकी सीटों पर वह आगे हैं इसके अलावा कांग्रेस को 16 सीटों पर जीत मिली है और वह 55 सीटों पर आगे है। वहीं अन्य 15 सीटों पर आगे चल रहे हैं और तीन सीटों पर अन्य दलों के उम्मीदवार जीत चुके हैं। कांग्रेस ने राजस्थान में हार मान ली है। खबर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज शाम राजभवन जाकर इस्तीफा देंगे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी पीछे चल रहे हैं। इसके साथ ही परसादी लाल मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे 17 नेता पीछे चल रहे हैं। वहीं शांभाजपाति धारीवाल जीत गए हैं। भाजपा ने जिन 7 सांसदों को चुनाव लड़ाया था, उनमें से 4 आगे चल रहे हैं।
वहीं छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां कांग्रेस अपनी जीत के प्रति आश्वस्त थी लेकिन यह भी गलत साबित हुआ है। कांग्रेस यहां भाजपा से बुरी तरह पिछड़ गई है। यहां भाजपा 56 सीटों पर आगे चल रही है और कांग्रेस 33 साीटों पर आगे हैं। यहां भी भाजपा की जीत की पूरी संभावना है।